राजनांदगांव
![रेप के आरोप में नांदगांव शहर कांग्रेस सचिव गिरफ्तार रेप के आरोप में नांदगांव शहर कांग्रेस सचिव गिरफ्तार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1648281189ikash_gajbhajey_1.jpg)
चिखली पुलिस चौकी ने कार्रवाई कर भेजा जेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 मार्च। शहर कांग्रेस के सचिव विकास गजभिये को एक महिला संग जोर-जबर्दस्ती कर बलात्कार करने के आरोप में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। विकास न सिर्फ शहर कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं, बल्कि वह दिग्विजय कॉलेज के जनभागीदारी समिति के सदस्य भी हैं। उन पर लगे आरोप से कांग्रेस में खलबली मच गई। पिछले दिनों विकास गजभिये का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ कार्यकर्ताओं की अनदेखी किए जाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। चिखली पुलिस ने एक विवाहिता की शिकायत पर फौरन कार्रवाई करते हुए आरोपी कांग्रेस नेता को गिरफ्तार कर लिया है। गजभिये पर आरोप है कि एक महिला ने अनाचार को लेकर पुलिस में शिकायत की थी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच करते आरोप को सही पाया और उसके बाद आपराधिक मामला दर्ज कर विकास गजभिये को गिरफ्तार किया।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस पर सत्तारूढ़ दल से जुड़े होने के कारण विकास के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करने का काफी दबाव भी था, लेकिन पुलिस ने महिला की शिकायत को तवज्जो देते हुए संवैधानिक नियमों के तहत कार्रवाई की। इधर दिनभर विकास गजभिये के मामले को लेकर शहर कांग्रेस के साथ-साथ अन्य कांग्रेसी नेताओं में चर्चा रही। महिला ने आरोपी के विरुद्ध काफी संगीन आरोप लगाए हैं। जिसमें जबर्दस्ती शारीरिक संबंध नहीं बनाने पर पति को जान से मारने की भी धमकी भी शामिल है। महिला ने रेप की शिकायत लेकर पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की।
सीएम के खिलाफ टिप्पणी पर 9 दिन पहले निलंबन -कुलबीर
शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने बलात्कार के आरोपी विकास गजभिये को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यप्रणाली को लेकर टिप्पणी करने के मामले में नौ दिन पहले निलंबित कर दिया है। ऐसे में रेप के आरोप में घिरे गजभिये को दोबारा निलंबित करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के विरुद्ध एक पद में रहते टिप्पणी करने को अनुशासनहीनता माना गया। प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर विकास गजभिये को निलंबित किया जा चुका है। श्री छाबड़ा ने कहा कि कांग्रेस सचिव पर लगे आरोप के तहत पुलिस ने कार्रवाई की है। संगठन से पहले ही वह निलंबित है।