राजनांदगांव

रियो ओलंपियन रेणुका का छलका दर्द, कहा मेरी अनदेखी से उदयमान खिलाडिय़ों की कॅरियर चिंता
27-Mar-2022 1:00 PM
रियो ओलंपियन रेणुका का छलका दर्द, कहा मेरी अनदेखी से उदयमान खिलाडिय़ों की कॅरियर चिंता

 

राज्य में नौकरी करने इच्छुक, डीएसपी की उम्मीद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 मार्च।
प्रदेश की आईकॉनिक खिलाड़ी व राज्य गठन के बाद की पहली ओलंपियन रेणुका यादव मौजूदा और पूर्ववर्ती सरकारों के नौकरी और घर दिए जाने के वायदों को पूरा नहीं किए जाने से मायूसी में है। उनका कहना है कि वैश्विक स्तर की खिलाड़ी के साथ हो रहा बर्ताव राज्य के उदयमान खिलाडिय़ों के लिए कॅरियर को लेकर चिंता पैदा कर रहा है।

पिछले 5 साल से सरकार से मदद हासिल करने रेणुका यादव लगातार अलग-अलग स्तर पर कोशिश कर रही है। अब तक आश्वासन ही उसके हाथ लगे हैं। अपनी हालत को लेकर रेणुका यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। जिसमें वह साफ कह रही है कि जब उनके जैसे खिलाड़ी के साथ अन्याय हो रहा है तो प्रदेश के नए खिलाडिय़ों का भविष्य क्या होगा। उन्हें यह बात टीस पहुंचा रही है कि उनके समकक्ष खिलाड़ी अपने गृह राज्यों में अच्छे ओहदे पर पहुंच गए हैं। वहीं आज पर्यन्त वह अपने राज्य में नौकरी के लिए तरस रही है। हालांकि रेणुका वर्तमान में मुम्बई में रेल्वे में बतौर हेड टीसी के तौर पर कार्यरत है, लेकिन वह मुम्बई के बजाय अपने सूबे में नौकरी करने की इच्छुक है।
2016 के रियो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम में वह चुनी गई थी। इस ओलंपिक में उन्होंने मैच भी खेले थे। ओलंपियन का दर्जा मिलने से वह काफी खुश थी। छत्तीसगढ़ में एक महिला को इस मुकाम पर देखकर खेल के लिए उन्मुक्त माहौल बनने की उम्मीद जगी थी। पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रेणुका को उनके उपलब्धियों के लिए प्रोत्साहन स्वरूप 10 लाख रुपए भी दिए थे। वहीं उन्हें अच्छे घर  भी उपलब्ध कराने का भरोसा दिया गया था।

रेणुका अपने आशियाने के लिए मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी दो मर्तबा मुलाकात कर चुकी है। मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें भरोसा दिया गया था कि जल्द ही उनकी मांग को पूरा किया जाएगा, लेकिन तब से वह सिर्फ इंतजार में बैठी हुई है।

इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’  से चर्चा में रेणुका ने कहा कि उनकी समस्या को अब तक पूरा नहीं किय गया है। एक ओलंपियन होने के नाते वह उम्मीद में थी कि राज्य में उनका मान और सम्मान किया जाएगा। यह दुर्भाग्य है कि वह मकान और नौकरी के लिए तरस रही है। इधर रेणुका राज्य में डीएसपी पद पर कार्य करने की ख्वाहिश पाले हुए है। उनका कहना है कि इस पद के बजाय वह ए-ग्रेड के पद पर कार्य करने की इच्छा रखती है। बहरहाल रेणुका ने अपनी आपबीती सोशल मीडिया में पोस्ट कर सरकार और खेलप्रेमियों का ध्यान खींचा है। उन्हें उम्मीद है कि उनकी बुनियादी जरूरतों को सुनने सरकार आगे आएगी।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news