राजनांदगांव
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चुनाव चिन्ह आबंटित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 मार्च। खैरागढ़ उपचुनाव में नाम वापसी के बाद 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी राजनीतिक किस्मत चमकाने के लिए जोर लगा रहे हैं। 12 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। नाम वापसी की तारीख के अंतिम समय में दो प्रत्याशियों ने नाम वापस लिया है। भाजपा-कांग्रेस को मिलाकर 10 प्रत्याशी चुनावी रण पर एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए आगामी 12 अप्रैल से पहले पूरी ताकत लगाएंगे।
नाम वापसी के साथ राजनीतिक प्रतिदद्विंयों को लेकर स्थिति भी साफ हो गई है। 10 प्रत्याशियों के चुनाव लडऩे से खैरागढ़ विधानसभा में अगले 12 दिनों तक राजनीतिक गदर मचा रहेगा। भाजपा-कांग्रेस के साथ-साथ गैर दल भी अपने उम्मीदवारों की जीत को लेकर काफी उठापटक करेंगे। आखिरी दिन सुनील पांडे और अमरलाल मनहरे ने नाम वापस लिया है। प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह का आबंटन भी किया गया है। मतदान की तारीख से पहले यानी 10 अप्रैल की शाम को प्रचार थम जाएगा। इस तरह उम्मीदवारों के पास सिर्फ चुनिंदा दिन ही है।
खैरागढ़ विधानसभा की भौगोलिक स्थिति बेहद ही अलग है। विधानसभा का एक बड़ा हिस्सा पठारी क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। जिसमें बकरकट्टा, साल्हेवारा समेत दूसरी पहाड़ी इलाकों के दर्जनों गांव है। ऐसे में प्रत्याशियों को अंदरूनी इलाकों में आवाजाही के लिए भौगोलिक के साथ-साथ मौसम की भी मार झेलनी पड़ेगी। अप्रैल के पहले सप्ताह में भीषण गर्मी पडऩे के अंदेशे मात्र से उम्मीदवारों के पसीने छूट रहे हैं। चिलचिलाती धूप में सभी प्रत्याशियों को लगभग 80-100 किमी की परिधी का चक्कर लगाना पड़ेगा। खासतौर पर साल्हेवारा और बकरकट्टा की चोटी में स्थित दुर्गम गांव में पहुंचना भी प्रत्याशियों के लिए कठिन होगा। पिछले चुनाव में सिर्फ 890 वोटों से भाजपा को मात मिली थी। पूर्व चुनाव के परिणाम से सीख लेते हुए हर प्रत्याशी एक-एक वोट को हासिल करने कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
कांग्रेस में शामिल हुए छजकां के कार्यकर्ता
चुनाव के बीच छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत की मौजूदगी में साल्हेवारा क्षेत्र के चंद्रभूषण यदु के नेतृत्व में रामपुर में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रवेश किया। इसमें कोपरों के पूर्व सरपंच बरातु सिंह मरकाम, वरिष्ठ कार्यकर्ता तौहीद खान, कृष्ण कुमार यदु, भागीरती झारिया सहसपुर, रामचंद पटेल जांमगांव, कालु पटेल जामगांव, डोमार मेरावी सरपंच पति खादी, अमरलाल मेरावी सरपंच पति बंजारपुर, धरम ठाकरे सरपंच प्रतिनिधि त्रिलोचन ठाकरे उप सरपंच रामपुर गेरूखदान, शत्रहन मरकाम कल्लेपानी, करन मरकाम कोपरो समेत अन्य शामिल हें।
5 अप्रैल के बाद बड़ी जनसभाएं
आगामी 5 अप्रैल के बाद भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय आला नेताओं की बड़ी जनसभाएं होंगी। भाजपा ने पहले से ही मप्र सीएम शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिङ्क्षधया के साथ-साथ अन्य नेताओं की सभाएं कराने की घोषणा की है। भाजपा के मुकाबले में कांग्रेस ने भी अपनी स्टॉर प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्टॉर प्रचारक के तौर पर सभाएं करेंगे। वहीं प्रदेश सरकार के मंत्रियों को भी चुनावी जनसंपर्क करने के साथ जनसभाएं करने की जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस और भाजपा की तैयारी चुनाव में काफी मजबूत दिख रही है। लिहाजा यह चुनाव मुकाबले के लिहाज से बेहद दिलचस्प हो गया है। भाजपा की तैयारियों का माकूल जवाब देने कांग्रेस भी पूरी ताकत लगा रही है।