कोण्डागांव
6 सूत्रीय मांगों को लेकर बेमुद्दत हड़ताल का 10वां दिन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 30 मार्च। छत्तीसगढ़ भर के ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक 21 मार्च से लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर कड़ी धूप में 15 हजार कर्मी दोगुना जोश के साथ डटे हुए हैं।
ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक संघ के जिला अध्यक्ष दुपतराज सेठिया व ब्लॉक अध्यक्ष ओमप्रकाश नेताम ने प्रेस को बताया कि ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक के माध्यम से हड़ताल पर जाने पर 5 हजार उपस्वास्थ्य केन्द्रों में ताला पड़े हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई है, फिर भी कुछ अफ़सरशाही सरकार की छवि को धूमिल करने में लगे हैं।
कोरोना टीकाकरण 12 वर्ष से 14 तक उम्र तक के कुल प्रदेश का लक्ष्य 13 करोड़ 21 लाख 286 व्यक्तियों को टीकाकरण करनी थी। परन्तु ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल जाने पर आज पर्यन्त तक केवल और केवल 2 करोड़ 12 लाख 592 व्यक्तियों को ही टीका लगाना संभव हो पाया है। प्रदेश में मात्र 16 प्रतिशत 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण संभव हो पाया है।
इधर करोड़ों वैक्सीन केंद्र सरकार के द्वारा राज्य सरकार को भेजी जा रही है, जिसे नियततिथि में लगानी होती है। दूसरे तरफ 12 से 14 वर्ष तक उम्र वाले हितग्राहियों को टीका नहीं लगने पर आगामी दिनों में कोविड के केसेस में इजाफा हो सकती है। इसके अलावा अन्य बीमारियों के भी बढऩे की आशंका बनी रहती है और गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियां जैसे लू लगना उल्टी दस्त, टायफाइड, डेंगू जैसे आदि बीमारियों के बढऩे की आशंका है।
जिला अध्यक्ष दुपतराज सेठिया ने कहा, ऐसे समय स्वास्थ्य संयोजको का हड़ताल पर रहना और कांग्रेस सरकार का चुप्पी साधकर बैठे रहना प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य पर भारी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। यदि समय रहते स्वास्थ्य कर्मियों के मांग को पूरा नहीं करती है। तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।