कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 2 अप्रैल। शासकीय गुण्डाधूर स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिंदी विभाग और हिंदी साहित्य परिषद के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सी.आर. पटेल ने कहा कि अध्ययन-अध्यापन के अलावा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए भी इस तरह की गतिविधियां आवश्यक होती है। इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक पुरोहित कुमार सोरी ने इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन कार्यक्रमों से ना केवल विद्यार्थियों की अपनी अंतर्निहित प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त होता है।
बल्कि उनमें सामाजिकता, नेतृत्व की क्षमता व सामंजस्य की भावना का भी विकास होता है। इस अवसर पर हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक विनय कुमार देवागन ने बताया कि हिंदी साहित्य परिषद का गठन प्रतिवर्ष हिंदी साहित्य के विद्यार्थियों को पदाधिकारी के रूप में मनोनीत कर किया जाता है। व वर्ष भर विभिन्न प्रकार की शैक्षिक और शैक्षणेत्तर गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में सुलेख, पुष्पगुच्छ गुलदस्ता सज्जा, निबंध और व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सुलेख प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हेमबती, द्वितीय स्थान किशन कुमार और तृतीय स्थान राधिका ने प्राप्त किया। पुष्पगुच्छ गुलदस्ता सज्जा प्रतियोगिता में गीतेश्वरी देवांगन ने प्रथम स्थान, पुष्पा ने द्वितीय स्थान और नंद कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मंगलबती, द्वितीय स्थान अघन्तीन और तृतीय स्थान सोमनाथ ने प्राप्त कियाद्य इसी प्रकार व्यंजन प्रतियोगिता में मंजू वट्टी ने प्रथम स्थान, हेमलता ने द्वितीय स्थान और रश्मि देवांगन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस प्रतियोगिता के निर्णायक समिति में सहायक प्राध्यापक रूपा सोरी, सिहनु लांबा और ज्योति देवांगन ने सहयोग प्रदान किया। इस कार्यक्रम का संचालन रूपेश कुमार शोरी ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. किरण नुरुटी, शोभाराम यादव, शशि भूषण कन्नौजे, डॉ. देवाशीश हालदार, नसीर अहमद, डॉ.आशीष कुमार आसटकर, चित्रकिरण पटेल सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।