कोण्डागांव

रायपुर में विश्व स्तरीय प्रमाणित जैविक जड़ी-बूटियों की धूम
02-Apr-2022 9:09 PM
रायपुर में विश्व स्तरीय प्रमाणित जैविक जड़ी-बूटियों की धूम

 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 2 अप्रैल। 27 से 31 मार्च तक बीटीआई ग्राउंड, शंकर नगर में नाबार्ड द्वारा प्रायोजित मोर रायपुर ट्रेड एक्सपो में बस्तर कोण्डागांव के मां दंतेश्वरी हर्बल ग्रुप स्था. 1996 के किसानों के द्वारा अपने खेतों में उगाई गई जड़ी-बूटियों से तैयार प्रमाणित जैविक उत्पादों की श्रृंखला एमडी बॉटनिकल्स के ब्रांड नाम से प्रदर्शित किया गया।

इस संस्था की ब्रांड व गुणवत्ता नियंत्रक अपूर्वा त्रिपाठी, अखिलेश त्रिपाठी, मनोज साहू, आर पटेल और एमडीएचपी के रूपेश ने उत्पादों को प्रदर्शित किया। उत्पादों की विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उत्पादों में स्टेविया मीठी तुलसीए  हर्बल टी डिटॉक्स और कायाकल्प कैप्सूल आयुष स्वास्थ्य मंत्रालय के मार्गदर्शन में एम्यूनिटी बूस्टर आयुष क्वाथ और स्वस्थ जीवन के लिए अश्वगंधा, सफेद मूसली, गेहूं घास, हल्दी, काली मिर्च आदि जैसी ने कई दुर्लभ जड़ी.बूटियां शामिल है।

उल्लेखनीय है कि इन उत्पादों की पैकेजिंग भी शत प्रतिशत बायो डिग्रेडेबल है इसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर की पैकेजिंग पर बस्तर आर्ट की प्रसिद्ध डिजाइन उकेरी गई है। ताकि इन सभी जड़ी बूटियों  तथा उत्पादों की जननी अद्वितीय बस्तर की महिमा को वैश्विक विपणन प्लेटफार्मों पर लाया जा सके। एमडी बॉटनिकल की संस्थापक अपूर्व त्रिपाठी ने कहा कि लोगों ने हमारे एंटी एजिंग अर्थात मनुष्य की बढ़ती उम्र के दुष्प्रभावों को कम करने वाले उत्पादों में गहरी दिलचस्पी दिखाई। सफेद मूसली युक्त एंटी एजिंग कैप्सूल और मधुमेह डायबिटीज में प्रभावी प्रामाणिक हर्बल चाय जो पहले से ही यूरोप में लोगों में काफी लोकप्रिय है। इन दोनों उत्पादों की भारी मांग है। एमडी बॉटनिकल्स के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल यह एमडीएचपी ग्रुप का ही सहायक विस्तारित संस्थान है। जिसकी स्थापना 2020 विशेष रुप से कोरोना से लड़ाई हेतु आयुष हर्बल क्वाथ बनाने के लिए किया गया था। हमारे आयुष हर्बल क्वाथ ने हजारों लोगों की जिंदगियां बचाई है और आज भी कोरोना से लडऩे में प्रभावी तथा कारगर उपाय माना जा रहा है।

मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के अन्तर्गत दुर्लभ तथा विलुप्त प्राय वनौषधियों की प्रजातियों पर शोध व संरक्षण संवर्धन और कृषिकरण के दृष्टिकोण से मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म्स एंड रिसर्च सेंटर की स्थापना वर्ष 1996 में प्रसिद्ध हर्बल वैज्ञानिक डॉ. राजाराम त्रिपाठी द्वारा की गई थी। यह समूह बस्तर, कोण्डागांव के हजारों आदिवासी परिवारों से जुड़ा हुआ है।

अपूर्वा ने बताया कि जल्द ही एमडी बॉटनिकल टी-बैग अंतरराष्ट्रीय स्तरीय डिप-डिप पैकेजिंग में अलग-अलग फ्लेवर की हर्बल टी और ग्रीन टी लेकर आएगा। एमडी बोटैनिकल्स के यह सारे उत्पाद देश विदेश में कहीं से भी संस्थान की वेबसाइट से व अमेजॉन की विपणन वेबसाइट से सीधे ऑनलाइन खरीद कर मंगा जा सकते हैं।

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