राजनांदगांव
![खैरागढ़-गंडई में पकड़ाई साडिय़ां, आरोप-प्रत्यारोप खैरागढ़-गंडई में पकड़ाई साडिय़ां, आरोप-प्रत्यारोप](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1649572351jn_4.jpg)
आज शाम थमेगा चुनावी शोर, अब घर-घर संपर्क
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 अप्रैल। खैरागढ़ में चुनावी शोर आज रविवार देर शाम को थम जाएगा। चुनावी प्रचार की मियाद पूरी होने से पूर्व भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य दलों ने पूरी ताकत झोंकी है। इधर विधानसभा के गंडई और खैरागढ़ क्षेत्र में मतदाताओं को प्रलोभन देने के इरादे से चुनावी दलों द्वारा लाए गए सामग्रियां पुलिस ने जब्त की है। जिसमें साडिय़ों की भरमार है। वहीं गंडई में बरामद सामग्री को भाजपा द्वारा बांटने की तैयारी थी। इसी तरह कांग्रेस के सामग्री को भाजपाईयों ने खैरागढ़ से सटे एक गांव के नजदीक पकड़ा है। पुलिस चुनावी सामग्रियों के वितरण को लेकर जानकारी जुटा रही है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
पखवाड़ेभर से खैरागढ़ विधानसभा में सियासी दलों के बीच उठापटक और राजनीतिक दलों की पैतरेबाजी के चलते घमासान मचा हुआ है। भाजपा और कांग्रेस ने शीर्ष नेताओं को मैदान में उतारकर अपने प्रत्याशियों के पक्ष में बड़ी जनसभाएं और चुनावी रैलियां की है। साथ ही सांगठनिक नेताओं ने गांवों में सामाजिक स्तर की बैठकों में भी अपने उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने पर जोर दिया है।
आज शाम चुनावी प्रचार की सीमा खत्म हो रही है। लिहाजा राजनीतिक दलों का आज भी खैरागढ़ में कई तरह के कार्यक्रम और आयोजन हैं। चुनावी रैलियों के आखिरी दौर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खैरागढ़ में एक बड़ा रोड-शो किया। वहीं रमन सिंह ने भी सभाओं के जरिये भूपेश सरकार पर हमले किए। दोनों ही पार्टियों के बीच ही नतीजों को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है। आपसी राजनीतिक द्वंद में पूरे प्रचार के दौरान आरोप-प्रत्यारोप में एक-दूसरे से बेहतर बताने की होड़ मची रही। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा के पक्ष में तीन दर्जन से सभाएं की है। वह पार्टी के स्टॉर प्रचार के तौर पर विधानसभा के हर कोने में हुए कार्यक्रम और सभाओं में शामिल हुए।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी चुनावी रण में दमखम झोंका। भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को भी सभा में भेजा। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय सांगठनिक नेताओं ने चुनावी मोर्चे में कांग्रेस को मात देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। इस बीच आज शाम प्रचार समाप्त होने के बाद बाहरी नेताओं की भी रवानगी शुरू हो जाएगी। कल 11 अप्रैल को प्रत्याशियों के पास बिना शोरगुल के मतदाताओं तक घर-घर जाने का मौका रहेगा।
आज और कल के दिन को चुनावी समीकरण के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों पार्टियों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए पूरी शक्ति के साथ मैदान में लंबी लड़ाई की है। बहरहाल शाम को प्रचार समाप्त होते ही सियासी दलों के पास मतदाताओं तक पहुंचने का आखिरी मौका होगा। मतदाताओं को भी प्रत्याशियों को परखने के लिए कल का दिन अंतिम होगा।