राजनांदगांव
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कोरोना की पाबंदी हटते ही मां का दरबार भक्तों से हुआ गुलजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 अप्रैल। आदिशक्ति मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए चैत्र नवरात्रि में सिर्फ तीन राज्यों छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के 12 लाख श्रद्धालुओं से मां का दरबार गुलजार रहा। यह आंकड़ा मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के ओर से अनुमानित है। हेडकाउंटिंग मशीन में खराबी होने के कारण ट्रस्ट के आंकलन में महज तीनों राज्यों के इतने भक्तों ने दर्शन किए हैं।
मां बम्लेश्वरी के दर्शनार्थियों के लिए चैत्र नवरात्रि में कोरोना की पाबंदियों में लगभग पूरी छूट दी गई थी। मां बम्लेश्वरी के ऊपर और नीचे मंदिर में तीनों राज्यों से आए भक्तों का पूरे नौ दिन मजमा रहा। एक जानकारी के अनुसार नौ दिन में औसतन हर दिन सवा लाख भक्तों ने मां के दर्शन किए। 2020 के बाद यह पहला मौका है, जब इतनी तादाद में श्रद्धालुओं को दर्शन करने की इजाजत दी गई थी। भक्तों की इन संख्या में ओडिशा राज्य से भी आए लोग शामिल है। पिछले कुछ बरसों में मां बम्लेश्वरी के प्रति आस्था देश और विदेश में बढ़ी है। विदेशी भक्त भी दर्शन के लिए पहुंचते हैं। वहीं ज्योति स्थापना में विदेश में बसे श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ी है।
इस संबंध में ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि लगभग 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रत्यक्ष दर्शन किए हैं। ऑनलाइन भी दर्शन की व्यवस्था की गई थी। यह आंकड़ा अतिरिक्त है। श्री अग्रवाल का कहना है कि कोरोना में पाबंदी हटते ही भक्तों का मां के दर में पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ है। पूरे नवरात्र भक्तों की एक बड़ी भीड़ से मां के दरबार में उपस्थिति रही। उधर दर्शनार्थियों की मौजूदगी से कारोबारियों के ठप पड़े व्यापार ने भी रफ्तार पकड़ी है। दर्शन के बाद लोगों ने सपरिवार मेले का भी लुत्फ उठाया। मेला स्थल भी रातभर जगमगाता रहा। लोगों की अच्छी उपस्थिति से दीगर राज्य से आए व्यापारियों को दो साल बाद मुनाफा हुआ। वहीं मनोरंजन टैक्स के जरिये भी नगर पालिका निगम के आय में भी बढ़ोत्तरी हुई है। इस तरह लाखों की भीड़ ने मां बम्लेश्वरी के पट पर माथा टेका। वहीं व्यापारिक गतिविधि भी तेज रही।