राजनांदगांव
![भाजपा-कांग्रेस का उपचुनाव में जीत का दावा भाजपा-कांग्रेस का उपचुनाव में जीत का दावा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1650008441adhu_Sudan_Yadav.png)
मधुसूदन और नवाज को जीत का भरोसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 अप्रैल। खैरागढ़ उपचुनाव के परिणाम को लेकर सियासी दावे तेज हो गए हैं। कांग्रेस और भाजपा के स्थानीय दिग्गज नेताओं में राजनीतिक दावों में जीत तय मानी जा रही है। भाजपा के जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव और कांग्रेसी नेता व जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने अपनी-अपनी पार्टी की जीत का भरोसा जताया है।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि कांग्रेस की हार लगभग तय है। चुनाव में व्यापक तरीके से संसाधन वितरित करने के बाद भी कांग्रेस की हार टली नहीं है। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव को कांग्रेस ने संसाधनों के दम पर फतह करने की कोशिश की है। खैरागढ़ की जनता ने कांग्रेस की नियत को बखूबी समझा। कांग्रेस बड़े पैमाने पर चुनाव सामग्रियां बांटने के बावजूद हार को लेकर डरी हुई है। जनता ने कांग्रेस को हर मोर्चे पर विफल कर दिया है। श्री यादव ने कहा कि जिला निर्माण को चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में भी कांग्रेस विफल रही है। खैरागढ़ की जनता ने बेहद समझदारी के साथ मतदान किया है। भाजपा की हर हालत में जीत सुनिश्चित है।
इधर कांग्रेस नेता नवाज खान ने कहा कि कल चुनावी नतीजों में भाजपा के जिला विरोधी चेहरे नेस्तनाबूत हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि खैरागढ़ की जनता इतिहास बनाने की ओर अग्रसर है। इस चुनावी परिणाम में कांग्रेस की अब तक की सबसे बड़ी जीत होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व के दम पर ही यह सब संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि खैरागढ़ विधानसभा के नतीजे से प्रदेश में मुख्यमंत्री और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की तय हार से यह साबित हो जाएगा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का प्रदेश में अब वजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि हर मतदाता के हर वोट से खैरागढ़ विधानसभा की तस्वीर बदलेगी। जिला निर्माण के साथ साल्हेवारा में तहसील और जालबांधा में उपतहसील और गंडई-छुईखदान में 50-50 बिस्तर अस्पताल की घोषणा करना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सक्षम नेतृत्व का परिणाम है। उन्होंने कहा कि 15 साल के कार्यकाल में रमन सरकार ने सिर्फ चुनावी वादे किए और झूठ के दम पर राज किया। उन्होंने यह भी कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव को भाजपा ने सेमीफाइनल का दर्जा दिया था। इस हार से साफ हो जाएगा कि भाजपा 2023 के फाइनल में मुकाबला करने की स्थिति में नहीं होगी।