राजनांदगांव
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शहर कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 अप्रैल। जलियावाला बाग में हुए जघन्य हत्याकांड के कारण ब्रिटिश सरकार के खिलाफ शंखनाद पूरे भारत में हुआ था। इसी के चलते स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करते छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम के आदेशानुसार प्रदेश कांग्रेस महामंत्री व शहर कांग्रेस के प्रभारी अरुण सिसोदिया के निर्देशानुसार शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा के नेतृत्व में स्थानीय कांग्रेस भवन में 13 अपै्रल को संगोष्ठी सभा आयोजित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
संगोष्ठी सभा का संचालन करते दक्षिण ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सूर्यकांत जैन ने बताया कि देश की आजादी के इतिहास में 13 अप्रैल का दिन एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। 13 अप्रैल 1919 का दिन था, पंजाब के अमृतसर जिले में ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर के नजदीक जब जलियावाला बाग में एक शांतिपूर्ण सभा के लिए जमा हुए हजारों भारतीयों पर अंग्रेज जनरल डायर के आदेश से अंधाधुंध गोलियां बरसाई गई थी। आज हर हिंदुस्तानी उनकी शहादत को सलाम करता है।
शहर अध्यक्ष श्री छाबड़ा ने जलियावाला बाग नरसंहार में प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धासुमन अर्पित करते कहा कि जलियावाला बाग हत्याकांड अमानवीय घटना थी। तानाशाह के मूल में हमेशा कायरता होती है, जब वह अपनी शक्ति पर कोई संकट देखता है, तो डरता है और हिंसक हो जाता है। 103 वर्ष पहले पंजाब के जलियावाला बाग में अंग्रेज जनरल डायर के आदेशानुसार अंधाधुंध गोलियां बरसाई गई थी। उस नरसंहार में निहत्थे लोगों ने अपने प्राणों की आहूति दी थी, उन देशवासियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के इतिहास के पन्नों पर 13 अपै्रल 1919 काले दिन के रूप में इतिहास में दर्ज है।
संगोष्ठी सभा को विकास त्रिपाठी, झम्मन देवांगन, अमित खंडेलवाल, प्रमोद बागड़ी, एजाजूर रहमान, मामराज अग्रवाल, राजा गुप्ता, दुलारी साहू ने संबोधित किया। संगोष्ठी सभा में हनी ग्रेवाल, लक्ष्मण सिन्हा, आरबी मिश्रा, अतुल शर्मा, मोहन चुनुरकर, मोहसिन कुरैशी, विशु अजमानी समेत अन्य लोग शामिल थे। आभार प्रदर्शन अमित चंद्रवंशी ने किया।