राजनांदगांव
वार्डों की सफाई व्यवस्था रखें दुरूस्त-मेयर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। महापौर हेमा देशमुख ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में लचर सफाई व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त करते गुणात्म सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर में सफाई के अभाव की शिकायत प्राप्त हो रही है। ग्रामीण वार्ड में पर्याप्त सफाई नहीं होने की शिकायत आ रही है। ग्रामीण सहित शहर में सफाई व्यवस्था दुरूस्त किया जाए। सभी कर्मचारी निर्धारित समय तक अपने कार्य में उपस्थित होकर सफाई करें, नियमित कचरा उठाएं, नाली-नाले की नियमित सफाई, बाजारक्षेत्र में सफाई व्यवस्था में सुधार लाएं। सफाई कार्य में लापरवाही व अनुपस्थित कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन वार्डों में 11-12 बजे तक सफाई कराने के उपरांत उद्यानों में सफाई कराना सुनिश्चित करें, चूना एवं दवाई का छिडक़ाव करे, मच्छर बढऩे को ध्यान में रखते प्रतिदिन फागिंग कराएं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन रजिस्टर की जांच प्रभारी सदस्य व स्वच्छता निरीक्षकों से कराएं, सफाई में सुधार लाएं, तभी हम स्वच्छता रैंकिंग में उच्च स्थान प्राप्त कर सकते है। निगम आयुक्त चतुर्वेदी ने कहा कि स्वच्छता की टीम आने के पूर्व सभी अधिकारी-कर्मचारी सफाई व्यवस्था में विशेष ध्यान दें। नागरिकों से भी सफाई में फीडबैक लें, सफाई संबंधित शिकायतों का त्वरित निराकरण करें। बैठक में सतीश मसीह, मधुकर वंजारी, विनय झा, गणेश पवार, ऋषि शास्त्री, उपायुक्त सुदेश कुमार सिंह, यूके रामटेके, कामना सिंह यादव, संजय ठाकुर, प्रणय मेश्राम, अजय, विकास मैगी तथा उप अभियंतागण, स्वच्छता निरीक्षक व अमृत मिशन के अधिकारी उपस्थित थे।
महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने सोमवार को अपने कक्ष में नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी की उपस्थिति में अधिकारियों की बैठक लेकर जल विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संबंधी व्यवस्था दुरूस्त करने, अमृत मिशन के कार्यों को अतिशीघ्र पूर्ण करने एवं स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 को ध्यान में रखते सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
ग्रीष्म ऋतु में न हो पेयजल
की समस्या
बैठक में महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि गर्मी बढ़ती जा रही है, गर्मी को ध्यान मेें रखते पेयजल व्यवस्था दुरूस्त रखा जाए, हैंडपंपों का मरम्मत कर पाईप लाइन मरम्मत संबंधी सामग्री, एलम ब्लीचिंग आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए तथा जोन गठित कर कार्य करें और संबंधित क्षेत्र के उप अभियंता पेयजल संबंधी कार्यों की भी निगरानी करें। उन्होंने कहा कि अधिकांश श्रमिक बाहुल्य वार्ड टैंकर मुक्त हो गया है और वहा पाईप लाइन के माध्यम से नगर निगम द्वारा हर घर पेयजल उपलब्बध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शेष वार्ड जहॉ टैंकर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जाती है, वहां भी टैंकर मुक्त करना है, इसके लिए अमृत मिशन के शेष कार्यों में तेजी लाना है। टंकी निर्माण, पाईप लाइन विस्तार एवं इंटर कनेक्शन के कार्य में तेजी लाकर कार्य पूर्ण करना है। साथ ही जून तक पर्याप्त पानी सप्लाई हो सके, इसके लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए, ताकि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल समस्या न हो।
पूर्व के पाईप लाइन को करें बंद
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अमृृत मिशन के तहत बिछे पाईप लाइन से पेयजल आपूर्ति की जा रही है वहां पूर्व के पाईप लाइन को बंद किया जाए। वार्डों में पाईप लाइन लिकेज एवं अनावश्यक पानी बहने की शिकायत का त्वरित निराकरण किया जाए। इसके अलावा पार्षदों एवं नागरिकों द्वारा पेयजल संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर प्राथमिकता से उसका निराकरण करना है। साथ ही शहर के प्रमुख स्थानों मे लगे वाटर एटीएम में से जो बंद है, उसे भी चालू करना है, ताकि लोगों को गर्मी में शीतल पानी मिल सके। उन्होंने कहा कि एसटीपी के पानी को निर्माण आदि कार्यों के लिए उपयोग किया जाए। जिससे पेयजल संबंधी पानी का अपव्यय न हो।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि पेयजल संबंधी सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए तथा संबंधित उप अभियंता पेयजल संबंधित कार्यों की सतत मानिटरिंग करें और किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल निराकरण करें तथा पेयजल संबंधित शिकायतों का भी निराकरण करें, ताकि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल व्यवस्था बाधित न हो।