राजनांदगांव
केंद्रीय मंत्री ने की आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत कार्यों की समीक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 अप्रैल। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत समीक्षा बैठक ली। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य क्षेत्रों में कार्य के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिया।
उन्होंने कहा कि कुपोषण एक सामाजिक स्थिति है। इसे दूर करने के लिए एक समग्र एवं समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है। स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास एवं सभी विभाग मिलकर स्वच्छता की दिशा में समन्वित तरीके से कार्य करें, जब तक समाज में जागरूकता नहीं आएगी, तब तक कुपोषण से मुक्त नहीं हो पाएंगे। इसके लिए उन्होंने जागरूकता अभियान चलाने कहा।
उन्होंने जिले के मानपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में हमर लैब के माध्यम से दी जा रही नि:शुल्क उच्चगुणवत्तायुक्त पैथोलॉजी सेवाओं की सराहना की। उन्होंने जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वसहायता समूह के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। कृषि के क्षेत्र में धान की फसल के स्थान पर दलहन, तिलहन एवं अन्य फसलों को प्रोत्साहन दिए जाने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने प्रजेन्टेंशन के माध्यम से आकांक्षी जिला राजनांदगांव के विभिन्न पैरामीटर्स की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोविड-19 के मद्देनजर विशेष कार्य किए गए। धन्वंतरी मेडिकल स्टोर्स के माध्यम से कम कीमतों पर जनसामान्य को दवाईयां उपलब्ध की जा रही है। लगभग 83 प्रतिशत नागरिकों को कोविड वैक्सीन का टीका लग चुका है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुईखदान, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रामाटोला एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शहरी शंकरपुर को एनक्यूएएस सर्टिफाईड किया गया है। वहीं डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड में जिले का देश में तीसरा स्थान है। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव जिले के नक्सल प्रभावित दूरस्थ अंचल मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में हमर लैब की स्थापना की गई है, जहां नि:शुल्क 80 पैथोलॉजी सेवाएं दी जा रही हैं। यहां 5 विशेषज्ञ डॉक्टर एवं 236 मेडिकल स्टाफ डीएमएफ से भर्ती की गई है।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गर्भवती माताओं को अंडा एवं चिक्की दिया जा रहा है। जिससे उनके स्वास्थ्य में 80 प्रतिशत सुधार है। कुपोषित बच्चों के वजन में 90 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी है और मानपुर, मोहला तथा छुईखदान में बच्चों को 4 बार भोजन दिया जा रहा है। प्रति 15 दिन में उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया जा रहा है तथा सुपोषण के लिए सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में की गई पहल अंतर्गत जिले में 9 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रारंभ किए गए हैं। 20 अटल टिंकरिंग लैब, 30 मॉडल प्राईमरी स्कूल हैं। वहीं शिक्षकों की भर्ती की गई है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, सांसद संतोष पाण्डेय, महापौर हेमा देशमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष गीता साहू, संतोष सिंह, जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।