राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 अप्रैल। शासकीय कमलादेवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव के सामाजिक उद्यमिता, स्वच्छता ग्रामीण संबद्धता प्रकोष्ठ एवं ईको क्लब द्वारा गत् 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य आलोक मिश्रा ने कहा कि पृथ्वी दिवस हमें पर्यावरण संरक्षण स्वच्छता ईको सिस्टम बैलेंस के बारे में जागरूक करने के लिए 1970 से मनाया जाता है। हमें अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखना है तथा जल एवं मृदा संवर्धन के लिए सतत प्रयासरत रहना है।
वरिष्ठ प्राध्यापक डीएमएल साव ने कहा कि हमारे महाविद्यालय की छात्राएं वृक्षारोपण, स्वच्छता तथा प्राकृतिक स्थिरीकरण के लिए सतत कार्यरत रहती है। आबेदा बेगम ने ओजोन परत के कटाव को रोकने के लिए वृक्षारोपण को आवश्यक बताया। डॉ. ओंकारलाल श्रीवास्तव ने पृथ्वी पर कई वनस्पतियों तथा प्राणियों की विलुप्तीकरण को लेकर चिंता व्यक्त की।
प्रो. केके द्विवेदी ने सनातन संस्कृति में प्राकृृतिक तत्वों की भौगोलिक महत्ता पर प्रकाश डाला। डॉ. सुषमा तिवारी ने वैदिककाल से पंचतत्वों के महत्व एवं छात्राओं को महाविद्यालय के प्रांगण में गमलों में पानी डालने के लिए प्रेरित किया। रामकुमारी धुर्वा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राओं के साथ मिलकर समस्त छात्राएं जब साफ-सफाई करती हैं तथा वृक्षारोपण करती है तभी महाविद्यालय स्वच्छ सुंदर होगा।
कार्यक्रम का संचालन करते आलोक जोशी ने कहा कि पृथ्वी में जल उपलब्धता घट रही है तथा मिट्टी पानी का संवर्धन अनिवार्य होता जा रहा है। इसके अलावा छात्रा प्रियंका सिंह, प्रियंका शुक्ला, निशा अम्बादे, खुशबू सिन्हा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में रेणु त्रिपाठी, तारा ठाकुर, अमरनाथ निषाद, रेवती रमन साहू शामिल थी। आभार प्रदर्शन नंदनी चंद्रवंशी ने किया।