राजनांदगांव
मौसम की मेहरबानी से हरा सोना की गुणवत्ता बेहतर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 अप्रैल। राजनांदगांव जिले में मई के पहले सप्ताह में हरा सोना यानी तेन्दूपत्ता की तोड़ाई शुरू होगी। राजनंादगांव और खैरागढ़ वन मंडल में पिछले साल भी लक्ष्य के नजदीक तोड़ाई हुई थी। हर साल सरकार के खाते में वन महकमे के जरिये तेन्दूपत्ता से बड़ा राजस्व जमा होता है। राजनांदगांव जिले में खैरागढ़ वन मंडल को मिलाकर कुल एक लाख 26 हजार 600 मानक बोरा तोड़ाई का लक्ष्य तय किया गया है। जिसमें राजनांदगांव वन मंडल में 84 हजार मानक बोरा लक्ष्य के साथ तोड़ाई शुरू होगी।
राजनांदगांव वन मंडल में 50 समितियां हैं। जिसमें तेन्दूपत्ता संग्राहक 5 मई के बाद जंगल में तेन्दूपत्ते का संग्रहण करेंगे। इसी तरह खैरागढ़ वन मंडल में 42 हजार 600 मानक बोरा लक्ष्य है। खैरागढ़ वन मंडल में 20 समितियां तोड़ाई करेंगी। वहीं 24 लाट में निजी ठेकेदारों को तोड़ाई की जिम्मेदारी दी गई है। खैरागढ़ वन मंडल में 26 हजार तेन्दूपत्ता संग्राहक अलग-अलग समितियों में तोड़ाई करेंगे।
इस साल मौसम की मेहरबानी से तेन्दूपत्ता की गुणवत्ता अन्य बरसों की तुलना में बेहतर है। तेन्दूपत्ता की गुणवत्ता देखकर अफसरों को अच्छे दाम मिलने की उम्मीद है। खैरागढ़ के बकरकट्टा, साल्हेवारा और गातापार इलाके के घाघरा घाट में तोड़ाई से लक्ष्य प्राप्ति की उम्मीद है। खैरागढ़ वन मंडल का यह इलाका बरसों से तेन्दूपत्ता की अच्छी पैदावार के लिए जाना जाता है। इसी तरह मोहला-मानपुर का जंगल भी तेन्दूपत्ता से लदा हुआ है। प्रतिबंधित क्षेत्रों को छोडक़र अन्य क्षेत्र में तोड़ाई के लिए वन महकमा बूटा कटाई भी कर चुका है। बूटा कटाई पत्ते की तोड़ाई से पूर्व की एक प्रारंभिक प्रक्रिया है। इससे तोड़ाई के दौरान पौधों को नुकसान नहीं होता है।
राज्य सरकार ने तेन्दूपत्ता संग्रहकों के पारिश्रमिक पर भी इजाफा किया है। प्रति मानक बोरा संग्राहकों को 4 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। वहीं लक्ष्य के अनुसार राजस्व मिलने पर वन समितियों को लाभांश के तौर पर 15 प्रतिशत की राशि भी प्रदान की जाएगी। राजनंादगांव डीएफओ सलमा फारूखी ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि अगले माह एक से 5 मई के बीच तोड़ाई शुरू होगी। पत्तों की गुणवत्ता काफी अच्छी है। उधर भीतरी इलाकों में वन रक्षक और फड़ मुंशी तोड़ाई की तैयारी में जुटे हुए हैं। दोनों वन मंडल के अधिकारी लगातार लक्ष्य के अनुरूप तोड़ाई पर जोर दे रहे हैं।