कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 4 मई। सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा अक्षय तृतीया पर नगर के शिव मन्दिर प्रांगण में ब्राह्मणों के आराध्य देव एवं भगवान विष्णु जी के छठवें अवतार परशुराम का जन्मोत्सव सादगी के साथ मनाया गया।
सर्वप्रथम समाज की बड़ी संख्या में आए महिला-पुरुषों एवं वरिष्ठजनों के द्वारा भगवान परशुरामजी की छायाचित्र के समक्ष पूजा-अर्चना की गई। ततपश्चात आरती व प्रसादी वितरण कर भगवान परशुराम से आशीर्वाद लिया।
इस दौरान केशकाल के वरिष्ठ नागरिक एवं सेवानिवृत्त प्राचार्य जी.एस मिश्र ने भगवान परशुरामजी की महिमा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि परशुराम ऋषि जमदग्नि और रेणुका के पांच पुत्रों में से चौथे पुत्र थे।
परशुराम भगवान शिव के परम भक्त थे। उन्हें न्याय का देवता भी कहा जाता था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धरती पर राजा द्वारा अन्याय, अधर्म और पाप कर्मो का विनाश करने के लिए भगवान विष्णु ने परशुराम अवतार लिया था। भगवान परशुराम सात चिरंजीवी पुरुषों में से एक हैं और कलयुग में आज के समय में भी धरती पर मौजूद हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जी.एस मिश्र, विजय अग्निहोत्री, बसंत अग्निहोत्री, अरुण अग्निहोत्री, प्रकाश उपाध्याय, प्रशांत अग्निहोत्री, अखिलेश दुबे, चिराग उपाध्याय, विवेक चौबे, नीरज उपाध्याय, हर्ष मिश्रा, अविनाश मिश्रा समेत समाज की बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी मौजूद रहे।