बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मई। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल सहित दर्जनों भाजपा नेताओं ने आज धरना प्रदर्शन के लिए बनाये गए नये नियमों के विरोध में गिरफ्तारी दी। कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ रहे कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की झूमा-झटकी भी हुई। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठियां भी घुमाई।
भाजपा नेता आज सुबह नेहरू चौक पर एकत्र हुए, जहां एक सभा रखी गई। इसके बाद सभी रैली की शक्ल में कलेक्ट्रेट की ओर बढ़े। नेहरू चौक व कलेक्ट्रेट में पुलिस बल बड़ी संख्या में तैनात था। कलेक्ट्रेट के भीतर प्रवेश करने से रोकने के लिए बेरिकेड्स लगाए गए थे और पानी की बौछारों के लिए टैंकर मंगाए गए थे। कलेक्ट्रेट की ओर जाने वाले रास्ते को बंद कर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया था।
भाजपा नेताओं ने जब कलेक्ट्रेट के गेट की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस के साथ उनकी झूमा-झटकी हो गई। पुलिस ने लाठियां भी कुछ लोगों पर चलाई।
इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट पुलक भट्टाचार्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और तत्काल ही रिहा करने की घोषणा की।
धरने को संबोधित करते हुए भाजपा नेताओं ने 22 मई को राज्य सरकार के उस आदेश को काला कानून बताते हुए वापस लेने की मांग की, जिसमें धरना-प्रदर्शन के पहले लिखित में अनुमति लेने और एक निर्धारित प्रोफॉर्मा भरने के लिए कहा गया है।
प्रदर्शन में प्रदेश प्रवक्ता भूपेंद्र सवन्नी, जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत, पूर्व सांसद लखन लाल साहू, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडे, पूर्व महापौर किशोर राय सहित अनेक नेता शामिल हुए।