रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 जून। बरमकेला विकासखंड को रायगढ़ जिले में यथावत रखने की मांग को लेकर लंबे समय तक आंदोलन, हड़ताल व चक्काजाम के बाद भी शासन-प्रशासन से छले जाने की आशंका के बीच एक बार फिर यह मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है।
हर हाल में रायगढ़ जिला में ही रहना है। चाहे इसके लिए हमें आगे कुछ भी करना पड़े। इसके लिए हम पीछे नहीं हटेंगे। इस बात को लेकर क्षेत्र के लोगों ने आगामी 5 जून को विकासखंड मुख्यालय में उग्र आंदोलन, चक्काजाम करने का निर्णय लिया है।
बरमकेला विकासखंड स्तरीय जिला संघर्ष समिति के बैनर-तले गत सायंकाल में सरिया नगर में बैठक रखी गई थी। बैठक में जिला निर्माण पर लंबी चर्चा उपरांत अंचल के उपस्थित जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिकों ने साफ तौर पर दो टूक शब्दों में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं क्षेत्रीय विधायक प्रकाश नायक से यह कहा है कि आप दोनों ने क्षेत्र की जनता जनार्दन के समक्ष यह कहा था कि हमारा यह क्षेत्र रायगढ़ जिला में है और आगे भी रायगढ़ जिला में ही रहेगा। ऐसे में अब आप अपने वचनों का अक्षरक्षरूपालन करें वरना आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी को क्षेत्र की जनता मुंहतोड़ जवाब देगी।
विदित है कि दावा आपत्ति के दौरान 20 दिसंबर सोमवार को तहसील कार्यालय पहुंचकर क्षेत्र की 225 ग्रामों से 16 हजार से अधिक लोगों ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराई थी वहीं माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला निर्माण पर प्रस्तुत जनहित याचिका पर याचिकाकर्ताओं के आपत्तियों में उल्लेखित बातों के निराकरण राज्य सरकार जब तक नहीं करेगी तब तक जिला निर्माण नहीं करेगी।
परन्तु शासन प्रशासन के द्वारा आज पर्यन्त तक किसी भी प्रकार का कोई निराकरण उक्त विषय पर नहीं किया जाना अनेकों आशंकाओं को पैदा करती है।
पूर्व में नवाखाई पर्व के दिन बड़ी संख्या में लोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पहुंच कर फरियाद किए थे कि हमें रायगढ़ जिले में यथावत रखा जावे। इस पर मुख्यमंत्री के द्वारा वहां मौजूद बरमकेला विकासखंड के जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों के समक्ष यह आश्वासन दिया गया था कि कोई भी नवीन जिला का निर्माण जनता की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया जाता है और आपकी सुविधा रायगढ़ जिले में रहने से है तो आप वहीं रहेंगे तथा शासन के प्रक्रिया के तहत दावा आपत्ति के समय प्रावधान के तहत आप अपना आपत्ति दर्ज करा देंगे।
बैठक में भाजपा नेता जगन्नाथ पाणिग्राही,विधायक प्रतिनिधि अरूण शर्मा,सरपंच संघ के अध्यक्ष ओंकार पटेल,परदेशी प्रधान,चूड़ामणि पटेल, राधामोहन पाणिग्राही,सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि गण एवं गणमान्य नागरिक बंधु शामिल थे।