बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 जुलाई। कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा है कि जनता के लिए हुए टैक्स से हमें वेतन मिलता है। कलेक्ट्रेट पहुंचने वाले लोग फरियादी नहीं होते, हम उनके नौकर होते हैं। हमारी दायित्व है कि हम जनता का काम करें।
पदभार ग्रहण करने के अगले दिन मंथन सभाकक्ष में पत्रकारों से चर्चा करते सौरभ कुमार ने कहा कि उनके काम और प्रशासन में आपको पारदर्शिता देखने को मिलेगी। समय सीमा पर अधिकारी काम करेंगे, जो नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। जब भी मैं दफ्तर में रहूंगा, आम लोगों और जनप्रतिनिधियों के लिए उपलब्ध हूं। उन्होंने कहा कि ऐसे जनदर्शन का कोई मतलब नहीं, जिसमें जनता के दर्शन तो हो मगर उनका काम ना हो।
सौरभ कुमार करीब 8 साल पहले कुछ समय के लिए बिलासपुर नगर निगम के आयुक्त थे। उन्होंने कहा यह एक पुराना समृद्ध शहर है। इसे आधुनिक और नागरिकों के लिए सुविधाजनक कैसे बनाना है, वे इस पर फोकस करेंगे। वे नागरिकों जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ मिलकर इस पर चर्चा करेंगे शहर को समझने के लिए मैं कुछ हिस्सा घूम चुका, पूरा शहर घूमूंगा।
बिलासपुर में अवैध रेत खनन, भू-माफिया, कोयला माफिया, ट्रैफिक समस्या, पार्किंग जैसे विषयों पर किए गए सवालों के जवाब में कलेक्टर ने कहा कि वे एक दिन में कायाकल्प करने का कोई बयान नहीं दे सकते। शहर की जनता के हित में प्राथमिकता के आधार पर काम हो और मुख्यमंत्री की फ्लैगशिप योजनाएं ठीक तरह से लागू इस पर मेरा जोर रहेगा।
स्मार्ट सिटी के काम में विलंब को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि इसे समय पर पूरा करना जरूरी है। कुछ कार्यों को एनजीओ सहित अन्य संस्थाओं से मदद लेकर पूरा करना है।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने कल दोपहर बिलासपुर कलेक्टर का पद संभाला। इसके बाद वे महामाया दर्शन के लिए रायपुर गए थे।