बलौदा बाजार

स्तंभ की दुर्दशा देखकर प्राचार्य की स्वच्छता के प्रति लगाव पर उठ रहे हैं सवाल?
25-Aug-2022 4:16 PM
स्तंभ की दुर्दशा देखकर प्राचार्य की स्वच्छता के प्रति लगाव पर उठ रहे हैं सवाल?

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 25 अगस्त।
जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से 22 किलोमीटर की दुरी पर विकासखण्ड सिमगा के अंतर्गत आनेवाले ग्राम पंचायत रावन जो कि अंग्रेजों के विरुद्ध आजादी के लिए लड़ाई में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वाले इन्हीं 11 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से गौरवान्वित होने के कारण ही इस गांव को गौरव ग्राम रावन के नाम से संबोधित किया जाने लगा।

गौरतलब है,कि यहां के इन 11 सेनानियों की स्मृति में इस हायर सेकेंडरी स्कूल का नामकरण शासकीय सेनानी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किया गया है, प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां के इस सेनानी स्कूल में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए स्काउट गाइड, एनसीसी,और रेडक्रास, जैसे रचनात्मक कार्ययोजनाएं संचालित होते रहे हैं,जो कि विगत लगभग 12 वर्षों से स्कूल में पुर्णत:बंद चुके हैं, किन्तु इन्हें यहां के जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता के मुख्यकारणों से भुला दिया गया है,या कहे कि इसकी देखरेख करने की बजाय इसके रखरखाव को दरकिनार कर दिया गया है,जिसके अभाव में यह सेनानी स्तम्भ की स्थिति बद से बदत्तर हो गयी है। क्या यही हमारा फर्ज और कर्तव्य है, कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन में हमारे आनेवाले सुखद भविष्य के लिए बढ़चढ़ कर हिस्सा लेकर गांव को गौरवान्वित करने वाले हमारे सम्माननीय सेनानियों के स्मृति में निर्मित स्तंभ के रखरखाव की ओर तनिक ध्यान भी न दें ?

जागरूक ग्रामवासियों ने बताया, कि गौरव ग्राम पंचायत रावन के शासकीय सेनानी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण मंच के समीप सेनानी स्तंभ (स्मारक) तत्कालीन सरपंच शिव करसायल के कार्यकाल में निर्मित किया गया था, जिसका लोकार्पण 14 अगस्त 2003 में जिला सहकारी बैंक रावन में बचत बैंक के लोकार्पण में पधारे तत्कालीन खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर के अध्यक्ष मोहम्मद अकबर के मुख्यआतिथ्य और तत्कालीन विधायक गणेश शंकर बाजपेयी के अध्यक्षता एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर के संचालक परमेश्वर यदु के विशेष आतिथ्य में सम्पन्न हुआ था, लेकिन अब विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य द्वारा रखरखाव पर विगत कई वर्षों से ध्यान नहीं दिए जाने के कारण सेनानी स्तंभ का अस्तित्व समाप्त हो गया है।

सेनानियों के योगदान से इस गांव को गौरव ग्राम का सम्मान मिला है, आने वाले पीढी को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के मान- सम्मान के लिए प्रभारी प्राचार्य द्वारा प्रोत्साहित कर गौरव ग्राम के प्रति विद्यार्थीयों को जागरूक करना चाहिए,लेकिन सेनानी के स्तंभ की दुर्दशा देखकर प्राचार्य स्वच्छता के प्रति कितने गंभीर हैं,यह स्पष्ट दिखाई पड़ता है। जबकि सर्वसाधारण को ज्ञात है कि देश में आजादी के 75 वें वर्ष को सभी लोग अमृत महोत्सव के रूप में मनाने  प्रफुल्लित और उत्साहित हैं, तदुरांत सेनानी स्तंभ की पहचान लुप्त हो जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। ग्रामीणों ने शासन व जिला प्रशासन से इस संबंध में विशेष ध्यान देकर सेनानियों के सम्मान में पुनरुद्धार का कार्य कराने की मांग किया है।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news