बिलासपुर
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 21 सितंबर। पुलिस विभाग के जीपीएफ फंड के 59.75 लाख रुपए का गबन करने के मामले में गिरफ्तार हवलदार संजय श्रीवास्तव को एसएसपी ने बर्खास्त कर दिया है, वही फरार महिला एएसआई मधुशाला सुरजाल को सस्पेंड कर दिया गया है।
मालूम हो कि कुछ महीने पहले एसएसपी पारुल माथुर के पास एक गुमनाम शिकायती चिट्ठी आई थी जिसमें बताया गया था कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय की जीपीएफ शाखा में लाखों रुपए का गबन किया जा रहा है। जीपीएफ निकलवाने वालों के नाम पर अनाप-शनाप राशि आहरित की गई है। एसएसपी ने जब गड़बड़ी की जांच शुरू की तो पहली ही नजर में रिकॉर्ड में हेराफेरी सामने आ गई। एंट्री बुक में काट छांट और व्हाइटनर लगाकर ओवर राइटिंग करने की बात पकड़ ली गई। इन्होंने भारतीय स्टेट बैंक में राशि जमा करने का फर्जी चालान और बैंक की सील का इस्तेमाल भी किया। डीएसपी राजेश श्रीवास्तव को मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई। यह खुलासा हुआ कि महिला एएसआई सुरजाल और हवलदार श्रीवास्तव ने यह घोटाला किया है। दोनों के बैंक ट्रांजैक्शन में लाखों रुपए का आहरण और जमा किया जाना पाया गया है। जांच में मालूम हुआ कि पुलिस कर्मचारी आवेदन में जीपीएस की जितनी रकम मांगते थे उससे कहीं अधिक का आहरण कर लिया जाता था और एंट्री बुक में कूट रचना की जाती थी। जांच रिपोर्ट के बाद सुरजाल और श्रीवास्तव के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया गया। विभागीय जांच के दौरान यह मालूम हुआ कि इन लोगों ने कुल 1 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की है। जांच शुरू होने के बाद इन्होंने 39 लाख 25 हजार रुपए वापस जीपीएफ खाते में जमा कर दिया। इसके बावजूद 59 लाख 75 हजार रुपए की अवैध निकासी का उन्होंने कोई हिसाब नहीं दिया।
बर्खास्त हवलदार संजय श्रीवास्तव के खिलाफ पहले भी गंभीर आरोप लगे हैं। एक महिला ने उसके खिलाफ शादी के नाम पर धोखाधड़ी करने का अपराध दर्ज कराया था। उसे एक बार रेप के केस में गिरफ्तार करके जेल भी भेजा गया था।