कोण्डागांव
5 घंटे हाइवे रहा बाधित, एसडीएम के आश्वासन बाद हटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 9 अक्टूबर। केशकाल विकासखंड अंतर्गत ग्राम धनोरा में पिछले दिनों धर्मांतरित परिवार के द्वारा बुजुर्ग की मौत के बाद उसके शव को ग्रामवासियों, गांव के गांयता एवं पुजारी को जानकारी दिए बिना ही अपने घर के पीछे दफन कर दिया गया था। जिसके विरोध में रविवार की सुबह लगभग 12 बजे से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एनएच 30 बेड़मा चौक में चक्काजाम पर बैठ गए हैं। पिछले 5 घंटों से राष्ट्रीय राजमार्ग में आवागमन बाधित रहा। प्रशासन ने लिखित में आश्वासन देते हुए जाम को बहाल करवाया।
5 घंटे जाम, यात्री परेशान, जगह-जगह वाहनों को किया डायवर्ट
कोंडागांव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर ग्राम बेडमा राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में चक्काजाम करने की सूचना मिली थी, जिसके बाद से ही हमारे पुलिस बल के द्वारा कुछ चिह्नित जगहों पर से वाहनों को डायवर्ट करवाया गया। जिसे यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।
वहीं रॉयल बस चालक ने बताया कि लगातार दो दिनों तक चक्काजाम होने से हम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, डायवर्ट रोड भी काफी खराब है । इस तरह के चक्काजाम से सबसे ज्यादा बाहर जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता हरिशंकर नेताम ने शासन-प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि विगत दिनों सर्व समाज के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर उक्त समस्या से अवगत करवाया था। उन्होंने पुलिस व प्रशासन को इस संबंध में निर्देश भी दिए थे। लेकिन प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों की लापरवाही के कारण अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
यही कारण है कि जनजातीय समाज के सैकड़ों लोगों को सडक़ पर उतरने पर विवश होना पड़ा है। यदि उचित कार्रवाई की गई होती तो आज चक्काजाम करने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
धनोरा निवासी संतोष उइके ने कहा कि लगातार प्रशासन के द्वारा आश्वासन ही में रहे, आज भी लगभग 5 घंटा राष्ट्रीय राजमार्ग में चक्का जाम करने के बाद फिर से 7 दिन के भीतर कार्रवाई करने का आश्वासन मिला था, समय पर कार्रवाई नहीं होने पर फिर से एसडीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
एसडीएम शंकरलाल सिन्हा ने बताया कि ग्रामीणों को 1 सप्ताह का आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों को नियमानुसार पूरा किया जाएगा।