दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 11 अक्टूबर। वन नेशन वन कार्ड योजना का लाभ देने जिला में ई-पॉश मशीन से खाघ सामाग्रियो का वितरण करने की योजना अब हितग्राहियो के अलावा सरकारी राशन दुकान संचालको के लिए मुसीबत बन रही है। राशन दुकानो में जहॉ नेटवर्क की समस्याओ से जूझना पड़ रहा है। वही सर्वर व लिंक फेल होने की समस्या बनी हुई है।
बचेली नगर पालिका के वार्ड क्रं. 3 के व्यवहार न्यायालय परिसर में स्थित शासकीय उचित मूल्य की दुकान में सोमवार को हितग्राहियो को राशन नही मिलने से गुस्साए एवं पहले की तरह शुरू करने की मंाग करते हुए हंगामा किया। हंगामा इस तरह का हो गया था की मौके पर पुलिस को भी आना पड़ा। जिसके बाद पालिकाध्यक्ष को जानकारी लगने पर वहॉ पहुॅचकर लोगो को शांत कराते हुए जिला खाघ अधिकारी से इस संबंध में अवगत कराया।
खाद्य अधिकारी ने कहा कि यह सिर्फ एक इलाके की समस्या नही है पूरे प्रदेश में जगह-जगह सर्वर की परेशानी से हितग्राहियों को लाभ नही मिल पा रहा है। बचेली तहसीलदार विवेक चंद्रा ने कहा कि आपकी समस्या को सरकार तक पहुॅचाया जायेगा। तहसीलदार द्वारा उच्च अधिकारियो से बात करने के बाद हितग्राहियो केा समझाया कि मशीन में कुछ खराबी आने के कारण 4 दिन और लग सकते है।
इस पर पालिकाध्यक्ष ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के नाम पर तहसीलदार को लिखित आवेदन देते हुए ई-पॉश मशीन से हो परेशानी से अवगत कराया। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि जब से राशन दुकान में ई-पॉश मशीन का संचालन किया जा रहा है, तब से लोगो को राशन लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नेटवर्क सही नही होने के कारण ई-पॉश मशीन पूर्ण रूप से कार्य करन में असमर्थ है। जिस पर एसडीएम से पूर्व की भांति राशन प्रदाय किये जाने की मंाग की गई है।
ज्ञात हो कि पूर्व में टेबलेट के जरिये पीडीएस का राशन वितरण किया जाता था। जिसमे संचालक द्वारा हितग्राहियो की फोटो लेने के बाद राशन दिया जाता था। ग्रामीण क्षेत्र के दूरदराज से लोग राशन लेने सुबह 10 बजे आते है, घंटो इंतजार करने के बाद राशन नही मिलने से खाली हाथ वापस जाना पड़ता है। कई ऐसे भी होते है जो अपनी कार्यो को छोडक़र यहॉ राशन लेते आते हैै, लेकिन न कार्य हो पाता है और न ही राशन मिल पाता है। इन सब के बीच संचालक भी परेशान है और हितग्राहियो के गुस्सा को झेलना पड़ता है।
गौतरलब है कि वन नेशन वन राशन कार्ड योजना राशन कार्ड की पोर्टेबिलिटी योजना है, जिसमे कही का राशन कार्ड कही भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका काम आधार से जुड़ा होता है, इसलिए बायोमेट्कि डेटा के आधार पर राशन की सुविधा कही भी मिल सकती है, लेकिन यह योजना अब उपभोक्ताओ के लिए मुसीबत बन रही है।