सुकमा

16 सूत्रीय मांगों को लेकर भाजयुमो का सुकमा से जगदलपुर तक सत्याग्रह पदयात्रा
11-Oct-2022 9:49 PM
16 सूत्रीय मांगों को लेकर भाजयुमो का सुकमा से जगदलपुर तक सत्याग्रह पदयात्रा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सुकमा, 11 अक्टूबर। भाजपा जिलाध्यक्ष सुकमा हूँगाराम मरकाम एवं भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर कहा कि भाजयुमो के नेतृत्व में सुकमा जिले की जनसमस्याओं को लेकर 16 सूत्रीय बिंदुओं पर हमने सुकमा से जगदलपुर तक सत्याग्रह पदयात्रा करना सुनिश्चित किया है।

उन्होंने कहा कि जबसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश बघेल की सरकार बनी है व कोन्टा विधायक कवासी लखमा मंत्री बने हैं, दिनों दिन सुकमा जिले में भय, भूख, भ्रष्टाचार, अनियमिताएं , आदिवासी ग्रामीणों की अज्ञात बीमारियों से मृत्यु होना आम बात हो गई है , पिछले तीन वर्षों में कोई उद्योग यहां के बेरोजगारों को नहीं दिया।

उन्होंने कांग्रेस सरकार के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी लापरवाही के कारण अनुसूचित जनजाति वर्ग को छत्तीसगढ़ में 32 फीसदी आरक्षण के स्थान पर 20 फीसदी हो गया है . जो पुन: यथावत हो।

जुआ, सट्टा, अंग्रेजी शराब का कारोबार पूरे जिले में फैला हुआ है
उन्होंने यह भी कहा कि सुकमा जिले में अवैध जुआ व अंग्रेजी शराब का कारोबार कोन्टा से तोंगपाल के साथ - साथ अंदरूनी गावों में कोचियों के द्वारा बेख़ौफ किया जा रहा है पुलिस भी मौन होकर इनका समर्थन कर रही है , शराब की शासकीय दुकानों में निर्धारित दरों से अधिक दर पर अंग्रेजी शराब बेची जा रही है आबकारी अधिकारियों के द्वारा इन पर कार्रवाई करना तो दूर उल्टा इन्हें खुली छूट दे दी गई है।

एनएच बदहाल, लोग परेशान
उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत को जोडऩे वाली एकमात्र सडक़ राष्ट्रीय राजमार्ग का हाल आप सभी देख रहे हैं यदि जल्द ही कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया तो वह दिन दूर नहीं जब हम इसे जानलेवा राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम जानेंगे , युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान नहीं किए जा रहे हैं।

पीएम आवास योजना शून्य
पीएम आवास पर सवाल उठाते हुए कहा कि शासन की सबसे महती योजना जिससे एक गरीब को पक्का मकान स्वीकृत होता है जो हर गरीब का सपना होता है हमारे जिले में इसकी प्रगति शून्य है हमने पिछले कई वर्षों में पूरे जिले में भ्रमण किया है व मीडिया के साथियों के सहयोग से लगातार शासन के सामने इन सारी समस्याओं को रखकर उसका निराकरण कराने का प्रयास किया भी किया है जिसमें कुछ कार्य हुए कुछ नहीं हुए हैं।

13 से 19 अक्टूबर तक होगी पदयात्रा
सुकमा जिला मुख्यालय के काली मंदिर से प्रारम्भ होने वाला यह सत्याग्रह पदयात्रा 13  से 19 अक्टूबर तक 7 दिनों में जगह जगह नुक्कड़ सभा करते हुए जगदलपुर पहुंचकर कमीश्नर को छत्तीसगढ़ की राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम सौपने के पश्चात समाप्त होगी

प्रमुख मांगें-
( 1 ) कांग्रेस सरकार के लापरवाही के कारण अनुसूचित जनजाति वर्ग को छत्तीसगढ़ में 32 त्न आरक्षण के स्थान पर 20 त्न हो गया है . जो पुन: यथावत हो ।

( 2 ) राष्ट्रीय राजमार्ग 30 का सुकमा से केशलूर तक नवीनीकरण कार्य किया जाए

( 3 ) कोन्टा व उसके आसपास के पोलावरम परियोजना से प्रभावितों को आंध्रप्रदेश सरकार के आर आर पैकेज की तर्ज पर मुवावजा दिया जावे

( 4 ) जिले के युवाओं को रोजगार प्रदान किया जाए व बेरोजगारों को जन घोषणा पत्रानुसार 2500 रु प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाए

( 5 ) जिले में शिक्षा के लिए पर्याप्त सुविधा हो 

( 6 ) जिले में लगातार अज्ञात बीमारियों से आदिवासियों की मृत्यु हो रही है अत: उत्तम स्वास्थ्य सुविधा मिले

( 7 ) रेडी टू ईट का कार्य महिलाओं से छीनकर उन्हें बेरोजगार कर दिया गया है उनके स्वरोजगार के लिए ठोस योजना बने

( 8 ) दक्षिण बस्तर में महिला सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में ठोस कार्ययोजना बने 

( 9 ) पीएम आवास योजना का लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा है अत: पुन: सर्वे कार्य कर गरीब , आदिवासी , किसानों को योजना का लाभ दिया जावे 

( 10 ) जिले में सडक़ , बिजली , पानी की व्यवस्था पर्याप्त नहीं है इसकी बढोत्तरी के दिशा में कार्य किया जावे

( 11 )  सीधे जिला मुख्यालय या जनपद मुख्यालय से जोडऩे हेतु समस्त ग्रामों में आवश्यक पुल निर्माण किया जावे क्योंकि आज भी कई गांव पहुंच विहीन है 

( 12 ) दोरनापाल में ग्रामीणों को मुक्तिधाम तक जाने में बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है दोरनापाल सहित जिले के समस्त ग्राम में स्थित मुक्तिधाम मार्ग का निर्माण किया जावे ।

( 13 ) अवैध शराब की बिक्री व जिले में जुआँ सट्टा का अवैध कारोबार बंद हो

( 14 ) छत्तीसगढ़ रसोइया संघ की सभी जायज मांगे जल्द पूर्ण किया जावे

( 15 ) जिले के समस्त पंचायतों में विधवा, बुजुर्ग, निराश्रितों का पुन: सर्वे कराकर वंचित लोगों को पेंशन का लाभ दिया  जाए

( 16 ) पूरे जिले में अवैध रूप से रेत उत्खनन हो रहा है जिससे जिले में वाटर लेबल में लगातार कमी आ रही है अत: रेत का अवैध उत्खनन तत्काल बन्द हो।

 

 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news