कोण्डागांव

अपूर्वा को स्टार्टअप एमडी बॉटनिकल्स के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्यमी का पुरस्कार
12-Oct-2022 10:09 PM
अपूर्वा को स्टार्टअप एमडी बॉटनिकल्स के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्यमी का पुरस्कार

कोण्डागांव, 12 अक्टूबर। अपूर्वा त्रिपाठी ने अपने द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप एमडी बॉटनिकल्स के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्यमी का पुरस्कार हासिल किया। यह एक्सीलेंस अवार्ड व पुरस्कार स्व. जसराज बरडिय़ा की स्मृति में प्रदेश की सर्वाधिकार प्राप्त चयन समिति द्वारा अंतिम रूप से चयनित नव उद्यमियों को प्रदेश की राजधानी में वृंदावन सभागार में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में नौ अक्टूबर को प्रदान किया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल थे। यह पुरस्कार देश विदेश में सोने-चांदी के आभूषणों के निर्माण और निर्यात के लिए विख्यात एटी ग्रुप द्वारा रोटरी हेरिटेज रायपुर के तत्वावधान में प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप को प्रदान किया जाता है। इसमें अवार्ड के साथ ही प्रतिभागियों को नगद राशि प्रदान करने की भी व्यवस्था है।

कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और विशिष्ट अतिथि माननीय मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मंच से बस्तर के किसानों द्वारा अपने खेतों में उगाई गई विभिन्न जड़ी बूटियों, मसालों ,काली मिर्च स्टीविया जैसे प्रमाणित जैविक उत्पादों को राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर लाने में अपूर्व त्रिपाठी व उनके स्टार्टअप एमडी बॉटनिकल्स के योगदान के लिए सराहना करते हुए कहा कि, यह प्रदेश के अन्य युवाओं के लिए निश्चित रूप से प्रेरणादायक साबित होगा।

कोण्डागांव बस्तर की एमडी बॉटनिकल्स, माँ दंतेश्वरी हर्बल ग्रुप का एक विस्तार है, जिसका उद्देश्य ग्राहकों को सीधे रिटेल रेंज में गुणवत्तापूर्ण जड़ी-बूटियाँ और खाद्य पूरक प्रदान कर रहा है।

अपूर्वा त्रिपाठी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में अपने प्रेरणा स्रोत डॉ. राजाराम त्रिपाठी, हर्बल वैज्ञानिक और प्रख्यात किसान नेता का उल्लेख करते हुए कहा कि डॉ. त्रिपाठी ने वर्ष 1996 में जैविक और हर्बल किसानों के जिस एक छोटे से समूह माँ दंतेश्वरी हर्बल समूह की स्थापना की थी।

तीन दशकों के कठिन संघर्ष के बाद आज सामूहिक भागीदारी के सिद्धांत पर कार्य करने वाला वह समूह एमडीएचपी ग्रुप देश के प्रमाणिक जैविक जड़ी-बूटी उत्पादक किसानों का सबसे बड़ा समूह बन गया है। अपूर्वा ने बताया कि, वह 2015 से एमडीएचपी समूह से जुड़ी हैं। अपूर्वा डबल एलएलएम के साथ एक बौद्धिक संपदा अधिकार कानून की कांऊसलर हैं और बस्तर की जनजातियों के पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के बौद्धिक संपदा अधिकारों विषय पर पीएचडी कर रही हैं।

अपूर्वा ने खुदरा रेंज में सर्वोत्तम गुणवत्ता, विशुद्ध प्राकृतिक, सिंथेटिक वह जहरमुक्त जैविक जड़ी-बूटियों और खाद्यसंपूरकों की बढ़ती मांग और आवश्यकता को समझते हुए वर्ष 2022 में एमडी बॉटनिकल की स्थापना की और 100 ग्राम और 200 ग्राम के खुदरा पैकिंग में और कैप्सूल के रूप में भी जैविक उत्पादों की एक श्रृंखला पेश की। उत्पादों में इम्युनिटी बूस्टर, सर्टिफाइड ऑर्गेनिक पाउडर्स और फूड सप्लीमेंट्स शामिल हैं। वर्तमान में उनके पास लगभग 34 उत्पाद है और जल्द ही वह अपने उत्पादों की श्रृंखला की संख्या में और वृद्धि करना चाहती हैं। बस्तर की आदिवासी महिलाओं का समूह इन उत्पादों को तैयार करने के लिए एमडी बॉटनिकल का मुख्य हिस्सा हैं।

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