बिलासपुर
बिलासपुर, 27 अक्टूबर। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति के महाधरना आंदोलन को 3 साल पूर हो गए। इस मौके पर रखी गई सभा में सदस्यों ने ऐलान किया कि 4सी एयरपोर्ट बनने तक जारी रहेगा।
बिलासपुर से हवाई सेवा शुरू करने की मांग पर 26 अक्टूबर 2019 को धरना आंदोलन शुरू किया गया था। यह आंदोलन अब तक चल रहा है। आंदोलन के दौरान 1 मार्च 2021 को पहली सफलता मिली जब थ्री सी वीएफआर एयरपोर्ट शुरू हुआ। इस समय बिलासपुर से दिल्ली सहित चार शहरों के लिए हवाई सुविधा शुरू की गई है। अब आंदोलन नाइट लैंडिग सेवा और एयरपोर्ट को बोइंग विमान उतरने लायक बनाने की मांग पर आंदोलन जारी है।
कार्यक्रम में संसदीय सचिव रश्मि सिंह, विधायक धरमजीत सिंह ठाकुर, महापौर रामशरण यादव, पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, योग आयोग के सदस्य रविंद्र सिंह, पूर्व विधायक चंद्रप्रकाश बाजपेयी, नगर निगम सभापति शेख नजीरुद्दीन, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर बाजपेयी, हवाई सेवा के लिए जनहित याचिका दायर करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष श्रीवास्तव, अनेक पार्षद, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि व पत्रकार उपस्थित थे।
समिति की ओर से सुदीप श्रीवास्तव ने कहा कि तीन साल पूर्व हाईकोर्ट में जनहित याचिका के निराकरण के एक बाद भी बिलासपुर से हवाई सेवा शुरू नहीं होने पर यह आंदोलन शुरू किया गया था। तब बिलासपुर का एयरपोर्ट सिर्फ 20 सीटर विमानों के उतरने के लायक था, जबकि अधिकांश कंपनियों के पास ऐसा विमान है ही नहीं। एयर ओडिशा से कुछ समय के लिए छत्तीसगढ़ के लिए जो सेवा शुरू की थी वह भी बंद हो गई। ऐसी स्थिति में एक विकसित हवाई अड्डा तैयार कर उड़ानें शुरू करने की मांग पर यह आंदोलन प्रारंभ हुआ। वर्तमान में 1500 मीटर रन वे तथा नाइट लैंडिंग के लिए राशि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वीकृत की है। बोइंग और एयरबस को उतारने के लिए 2500 मीटर रन वे की आवश्यकता है। इस लंबाई के लिए सेना को दी गई भूमि वापस लेने की जरूरत है। उस भूमि का आवंटन के 11 साल बाद भी कोई उपयोग नहीं किया गया है, इसलिये इसे वापस लिया जा सकता है। सदस्यों ने कहा कि 4सी आईएफआर श्रेणी का हवाई अड्डा तैयार होते तक आंदोलन जारी रखा जाएगा।
इस मौके पर केक काटे गए तथा युगल शर्मा और अंचल शर्मा के संगीत का कार्यक्रम भी रखा गया। अनेक पत्रकारों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस आंदोलन और हवाई सेवा की मांग को लगातार प्रमुखता से उठाया।