रायगढ़
रायगढ़, 31 अक्टूबर। ख्यातिलब्ध लेखक, विचारक व साहित्यकार डॉ. राजू पांडेय का कल सुबह ह्रदयाघात से निधन हो गया। वे केवल 51 वर्ष के थे। अनेक राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं के अलावा ‘छत्तीसगढ़’ अखबार के लिए भी नियमित रूप से लिखते थे। आज शाम सर्किट हाउस के पास स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
राजू पांडेय बालपुर के पांडेय परिवार से संबद्ध थे। वे व्याख्याता व साहित्यकार ईश्वरशरण पांडेय के पुत्र थे तथा हेमचंद पांडेय के छोटे भाई थे। अपने लेखन से उन्होंने रायगढ़ शहर को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। जनसत्ता, जनचौक सहित अनेक पत्र-पत्रिकाओं और वेबसाइट्स पर उनका नियमित लेखन जारी था।
‘छत्तीसगढ़’ अखबार के लिए भी वे सम-सामयिक विषयों पर लगातार लिख रहे थे। वे एक अच्छे वक्ता थे किंतु कुछ समय से अस्वस्थ होने के कारण अनेक आमंत्रणों को स्वीकार नहीं कर रहे थे। उन्होंने देश व प्रदेश स्तर की अनेक संगोष्ठियों व कार्यशालाओं में अपने प्रेरक और ज्ञानवर्धक विचार रखे जो नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक हैं। हाल ही में उनके महत्वपूर्ण लेखों का एक संग्रह भी प्रकाशित हुआ है। स्त्री विमर्श पर उनके लेखों का उनका एक संग्रह भी चर्चित रहा है।
शनिवार को दोपहर 12 बजे उनकी अंतिम यात्रा हंडी चौक स्थित निवास से निकली, जिसमें नगर के सभी वर्गों के लोग शामिल हुए। सर्किट हाउस के समीप स्थित मुक्तिधाम में बड़े भाई हेमचंद पांडेय ने उन्हें मुखाग्नि दी। नगरवासियों ने प्रतिभावान साहित्यकार के 51 वर्ष के अल्पायु में देहावसान हो जाने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रदेश के लिए बड़ी क्षति बताया है।