महासमुन्द

खेतों में अभी भी नमी, खलिहान खाली, महासमुंद के 28 उपार्जन केन्द्रों में किसानों ने एक भी टोकन नहीं कटाया
03-Nov-2022 2:32 PM
खेतों में अभी भी नमी, खलिहान खाली, महासमुंद के 28 उपार्जन केन्द्रों में किसानों ने एक भी टोकन नहीं कटाया

पहले दिन 1196 किसानों से 39 हजार 782 क्विंटल धान की खरीदी का लक्ष्य रहा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 नवंबर।
खरीफ  विपणन वर्ष 2022-23 के लिए जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ हो गई है लेकिन जिले के  28 उपार्जन केन्द्रों में किसानों ने एक भी टोकन नहीं कटाया है। वजह यही है कि बीते 20 अक्टूबर तक लगातार बारिश होने की वजह से खेतों में अभी भी नमी है और धान की कटाई नहीं हो पा रही है। कई गांव ऐसे भी हैं जहां धान की कटाई तो हो गई है लेकिन खेतों से धान अब तक खलिहानों में नहीं पहुंच पाया है। यही कारण है कि धान खरीदी के पहले दिन समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए जिले के 130 सहकारी समितियों के 152 उपार्जन केन्द्रों में से 124 उपार्जन में 1141 किसानों ने टोकन कटाया वहीं 55 किसानों ने टोकन तुहंर हाथ एप का लाभ उठाते हुए घर बैठे कटवाया। इस तरह पहले दिन धान बेचने के लिए जिले के कुल 1196 किसानों ने टोकन कटवाया। जिनसे 39 हजार 782 क्विंटल धान की खरीदी का लक्ष्य रहा।

जानकारी मिली है कि कल जिले में फसल कटाई में विलंब की वजह से 28 उपार्जन केन्द्रों में टोकन कटाने किसान नहीं पहुंचे। लिहाजा उडेला, कुरचुण्डी, खरौरा, गोरटेक, चनाट, चिमरकेल, जगदीशपुर, जाडामुडा, झारमुड़ा, टेका, तरेकेला, धुमाभांठा, नरसैयापल्लम, पथरला पुरुषोत्तमपुर, पौसरा, बकमा, बड़ेटेमरी, बडेडाभा, बम्हनी,आरंगी,बसना, भस्करापाली, भूकेल, मुनगासेर,रसोडा, लहंगर, सिंघनपुर,सुखीपाली में कल एक भी टोकन नहीं कटा है।

वैसे जिला प्रशासन की ओर से जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के दौरान केन्द्रों की सतत निगरानी, धान की गुणवत्ता, भंडारण, खरीदे गए धान का परिवहन, किसानों द्वारा धान विक्रय और उसका भुगतान प्राप्त करने में कठिनाइयों की नियमित जांच, पंजीकृत किसानों से धान की खरीदी एवं मॉनिटरिंग सुनिश्चत करने उपार्जन केन्द्र स्तर पर कलेक्टर ने सरपंचों को निगरानी समिति का सदस्य बनाया है। ये पटवारियों के साथ समन्वय स्थापित कर धान खरीदी की मॉनिटरिंग करेंगे।

कल धन खरीदी के पहले दिन संसदीय सचिव व विधायक विनोद चंद्राकर ने महासमुंद के पिटियाझर व बेमचा धान खरीदी केंद्र में मां अन्नपूर्णा की अराधना के बाद कांटा-बांट की पूजा कर धान खरीदी का शुभारंभ किया। इसके साथ ही जिले के अलग-अलग धान उपार्जन केंद्रों में भी पूजा अर्चना के साथ ही धान खरीदी की शुरुआत हो गई है। पिटियाझर उपार्जन केंद्र में 13 व बेमचा धान उपार्जन केंद्र में 7 कृषकों का टोकन कटा है। पिटियाझर में 500 क्विंटल व बेमचा केंद्र में 310 क्विंटल 40 किलो धान खरीदी कर शुरुआत कर दी गई है।

गौरतलब है कि महासमुंद जिले के 152 धान उपार्जनों केंद्रों पर खरीदी होगी। जिले में इस चालू खरीफ वर्ष में 1 लाख 58 हजार 400 से ज्यादा किसानों 86 लाख क्विंटल से अधिक धान खरीदी का लक्ष्य है। इस बार 8200 से ज्यादा नवीन किसानों ने पंजीयन कराया है। इस अवसर पर संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने जिले के किसानों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से प्रदेश में खेती.किसानी में नए उत्साह का संचार हुआ है। खेतों से दूर हो रहे किसान खेतों की ओर लौटे हैं और जिले में खेती का रकबा भी बढ़ा है।
 

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