राजनांदगांव
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में सीएम को मिली थी शिकायत, जांच करने दिए थे निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 नवंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को भुगतान नहीं मिलने के मामले की जांच के लिए वन सचिव श्रीमती आर. संगीता ने हितग्राहियों से प्रत्यक्ष मुलाकात कर वस्तुस्थिति को जाना। बताया जा रहा है कि झिटिया गांव में औचक जांच के लिए पहुंची वन सचिव ने भुगतान नहीं होने की शिकायत को लेकर जांच शुरू की। वन सचिव ने फड़ एवं समितियों से पंजीयन, तेंदूपत्ता संग्राहकों के कार्ड, फडमुंशी पंजी व बैंक खाता का निरीक्षण किया। सभी दस्तावेज का मिलान करते हुए वन सचिव ने झिटिया, मिरचे व कोरचाटोला के शिकायतकर्ताओं व हितग्राहियों से बातचीत की।
इस दौरान हितग्राही सर्वश्री चन्द्रभान, नकुलराम, सालिकराम, भजनाराम, अनिल कुमार, शिवकुमार के संग्रहण कार्ड, रजिस्टर, बैंक सूची एवं बैंक स्टेटमेंट का मिलान किया। बताया जा रहा है कि दर्जनभर हितग्राहियों से वन सचिव ने जानकारी लेते हुए संग्रहण के संबंध में चर्चा की। जिसमें एकमात्र हितग्राही ने तेन्दूपत्ता भुगतान को लेकर शिकायत की। जांच में पता चला कि हितग्राही ने कम गड्डियां जमा की थी। जिसके चलते उन्हें भुगतान कम हुआ। वन सचिव ने एक पंचनामा तैयार कर लिया है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री को जल्द ही वह रिपोर्ट सौंपेंगी। विशेष तौर पर जांच के लिए वन सचिव ने कई लोगों से बातचीत की। इस दौरान एमएमसी कलेक्टर एस. जयवर्धन, डीएफओ सलमा फारूखी, एसडीएम, तहसीलदार समेत अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
बताया जा रहा है कि ज्यादातर हितग्राहियों ने भुगतान को लेकर संतुष्टि जाहिर की है। सूत्रों का कहना है कि अफसरों ने शिकायकर्ताओं से यह भी जानना चाहा कि कितने लोगों को भुगतान नहीं हुआ है तो किसी ने जवाब नहीं दिया। गौरतलब है कि चिल्हाटी में भेंट-मुलाकात के दौरान कुछ हितग्राहियों ने तेन्दूपत्ता संग्रहण के भुगतान नहीं होने की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर वन अधिकारियों को फटकार लगाई थी और उन्होंने तत्काल जांच करने के निर्देश दिए थे। हितग्राहियों से मिले बयान से वन अधिकारियों को राहत मिली है, लेकिन सीएम कार्यालय से रिपोर्ट दर्ज करने के बाद ही पूरे मामले का पटाक्षेप होगा।