सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 2 दिसंबर। नर्सिंग कॉलेज में गुरुवार को विश्व एड्स दिवस मनाया गया। जिसमें छात्राओं ने शहर में रैली निकालकर एड्स के बारे में लोगों को जागरूक किया व नर्सिंग कॉलेज में एक दिवसीय कार्यक्रम के साथ एड्स से संबंधित जागरूकता लाई गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम व निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, चित्रकला आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
डॉ. राजेश ने बताया कि इस एड्स दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली महामारी एड्स के बारे में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लडऩे में अक्षम होता है। इस दौरान उन्होंने उपस्थित कर्मचारीगण को कहा कि एचआईवी से ग्रसित कोई भी हो उसके प्रति आत्मीयता रखें और उनके साथ मधुर व्यवहार रखे। सप्ताह के तहत उपस्थित बच्चों को जानकारी देकर उन्हें जागरूकता के विषय में बताया।
इस दौरान बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग की खूब प्रशंसा की एवं बच्चों का हौसला बढ़ाया। इस दौरान विश्व एड्स दिवस पर छात्राओं को ऑनलाइन एड्स से संबंधित जानकारी दी गई। एड्स के कारण, लक्षण एवं रोकथाम पर विस्तृत जानकारी प्रदान की और छात्र छात्राओं से चर्चा करते हुए एड्स के बारे में भ्रांतियों जैसे खांसी, भोजन, स्पर्श से एड्स होना गलत बताया। इन आधारों पर एड्स रोगी के साथ में भेदभाव किया जाना अमानवीय है।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने एचआईवी एवं एड्स मे अंतर, टीबी रोग एवं कोरोना संक्रमण के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एचआईवी से ग्रसित व्यक्ति में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण टीबी एवं अन्य अवसरवादी संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है।
इन संक्रमण से बचाव के लिए नियमित एआरटी का सेवन, स्वच्छ एवं पोष्टिक आहार एवं नियमित योग एव व्यायाम अनिवार्य है। इस दौरान डॉ. राजेश सहायक प्रधानाध्यपक रामाकृष्णा और व नर्सिंग कॉलेज के शिक्षकों व विद्यार्थि मौजूद रहे।