सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 फरवरी। बसस्टैण्ड परिसर में सर्व हिंन्दू समाज द्वारा एकदिवसीय धरना प्रदर्शन सत्याग्रह कर धर्मांतरण के खिलाफ कड़ा विरोध जताया। ज्ञात हो कि हाल ही में नारायणपुर में धर्मान्तरित ईसाइयों द्वारा अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आने वाले ग्रामीणों पर प्राणघातक हमले किए गए। जिससे राज्य के जनजाति समाज काफी नाराज है वहीं धर्मान्तरित ईसाइयों के द्वारा की गई। यह कोई पहली हिंसक घटना नहीं थी, इससे पूर्व में भी प्रदेश में ऐसी घटनाएं देखी जा चुकी हैं।
ईसाइयों द्वारा की गई इन घटनाओं ने समाज में विभेद पैदा करने का प्रयास किया है, जिसके परिणामस्वरूप समूचे छत्तीसगढ़ में सामाजिक विद्वेष की स्थिति निर्मित हो चुकी है। शांतिप्रिय क्षेत्रों में भी अवैध धर्मान्तरण के दुष्परिणाम के कारण इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसके अलावा सिर्फ नारायणपुर ही नहीं, प्रदेश के लगभग सभी जिलों में ईसाई मिशनरियों के द्वारा अवैध तरीके से धर्मान्तरण कराने की गतिविधियां चलाई जा रही हैं, जिससे छत्तीसगढ़ का सर्व हिन्दु समाज प्रभावित हो रहा है।
मिशनरियों द्वारा किए जा रहे इन गतिविधियों के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में कानून व्यवस्था एवं सौहार्द बिगडऩे की घटना भी सामने आ चुकी है। प्रदेश में धर्मान्तरित ईसाइयों द्वारा की जा रही विभिन्न गतिविधियां कुछ इस प्रकार है पूरे प्रदेश में ईसाई मिशनरियों द्वारा अवैध मतांतरण किया जा रहा है, जिससे ना सिर्फ समाज में वैमनस्यता बढ़ रही है, बल्कि समाज के भीतर मौजूद मैत्रीपूर्ण संबंध का ताना-बाना टूट रहा है।
धरना में मौजूद रहे, बारसे धनीराम,आशीष दुबे, मुन्नाराम नाग, लच्छू राम,पुष्पा सिंग भदौरिया, विजय विश्वराज सिंग चौहान ,संजय शोडी, राजेंद्र कुलदीप, रमेश यादव,डमरू राम ,व सर्व हिन्दू समाज के समस्त सदस्य मौजूद रहे।
जनजाति समाज अपने आराध्य एवं संस्कृति के रक्षार्थ प्रतिबद्ध हो जाए-बारसे
ईसाइयों द्वारा मतांतरण के दुष्परिणाम के चलते कई क्षेत्रों में हिन्दु आराध्यों एवं संस्कृति का अपमान की घटना से नाराज भाजपा जिला अध्यक्ष ने आव्हान करते किया की जनजाति समाज नारायणपुर में ईसाइयों द्वारा किए गए हिंसक हमले जैसी घटना का फिर से न घटे व ईसाइयों द्वारा किए जा रहे इन गैरकानूनी कृत्यों की पुनरावृत्ति न हो।
उन्होंने समाज के एकजुटता के लिए आव्हान करते हुए आगे कहा आज पुरे प्रदेश मे सामाजिक तनाव की स्थितियां निर्मित हो रही हैं, जिससे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कानून व्यवस्था एवं शांति के लिए चुनौती खड़ी हो रही है। जिले में बिगड़ते सामाजिक ताने-बाने व अव्यवस्थित कानून व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है,और उन्हें ध्यान देने जरूरत है। क्षेत्र में बढ़ती मतांतरण की गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाई जाए। ऐसे में हिन्दू समाज नतीजा भुगतने को तैयार हो जाए।
उन्होंने कहा, आज हालात बद्तर होते जा रहे है ईसाई मिशनरियों द्वारा प्रार्थना सभा में प्रलोभन एवं यीशु के चमत्कार की झूठी कहानी गढऩे का खेल चल रहा है इन खेल चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। नव धर्मांतरितों के कारण समाज में बढ़ रही वैमनस्यता को दूर करने के लिए जिले में हिन्दु संस्कृति का अपमान करने वाले ईसाइयों पर कड़ी कार्रवाई हो। नारायणपुर में हिंसा करने वाले ईसाई दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, और आगे उन्होंने नारायणपुर में 2 जनवरी को हुई घटना के बाद आरोपी बनाए गए निर्दोष जनजातीय ग्रामीणों पर लगे सभी केस वापस लिए जाने की मांग की व नि:शर्त उनकी रिहाई की मांग की।