दन्तेवाड़ा
हिरोली पुलिस कैंप खुलने से पहुंच रहे हजारों सैलानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
किरंदुल, 16 फरवरी। बैलाडीला लौह नगरी से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर जंगल और पहाडिय़ों से घिरा हुआ मलंगीर जलप्रपात इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। पहाडिय़ों से गिरते कल कल करते झरने आप का मन मोह लेंगे।
इस जलप्रपात को लाल आतंक की नजऱ लग गई। जिसके बाद 2004 से इस जलप्रपात पर नक्सलियों की सबसे बड़ी कमेटी मलिंगर एरिया कमेटी का कब्जा हो गया। कई वर्ष बाद हिरोली पुलिस कैम्प खुलने से जलप्रपात में फिर से रौनक लौटी है और अब बड़ी तादात में लोग पिकनिक मनाने जलप्रपात में पहुंच रहे हैं।
बचेली वन परिक्षेत्र अधिकारी आशुतोष मांडवा अपनी पूरी टीम के साथ गायत्री विद्यापीठ चोलनार आश्रम के बच्चों को लेकर पिकनिक मनाने मलंगीर जलप्रपात पहुंचे थे। जहां बच्चों को वन और वन प्राणियों की रक्षा करने के बारे में अध्ययन कराया गया। वनवासी बच्चों ने पहली बार मलंगीर जलप्रपात देखा और खूब खुश हुए। सभी के लिए वन विभाग के द्वारा भोजन की व्यवस्था की गई थी। बच्चों ने कहा कि हम पहेली बार यह आये है बहुत मज़ा आया दुबारा भी आना चाहेंगे।
आशुतोष माडवा वन परिक्षेत्र अधिकारी बचेली ने बताया कि शहर के बच्चे तो कई जगह घूमने जाते हैं। पर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को यह मौका नहीं मिलता है इसलिए हम इन बनवासी बच्चों को पिकनिक में लाएं ताकि पिकनिक के साथ-साथ इनको जंगल के साथ वन प्राणियों की रक्षा के बारे में बता सकते। जंगल काटना शिकार करने से क्या नुकसान है सांप जीव जंतु के बारे में बच्चों ने अध्ययन किया पहली बार हम भी मलिंगर जलप्रपात जैसे क्षेत्र में पहुंचे हैं अच्छा लग रहा है बहुत खूबसूरत जगह है आज बच्चों ने बहुत आनंद लिया बच्चों के साथ बैठकर हमने वन भोज भी किया।
शिक्षिका मीनाक्षी नेताम ने बताया कि आज पिकनिक के साथ-साथ बच्चों ने जीव जंतु चिडिय़ा हमारे जंगल को कैसे बचाती है झरना नदी पहाड़ सब के बारे में अध्ययन भी किया बच्चे बहुत एंजॉय किए।
ज्ञात हो कि माओवादियों की दरभा डिवीजन कमेटी की सबसे पावरफुल कभी मलिंगर एरिया कमेटी हुआ करती थी मलंगीर जलप्रपात के नाम से ही इस कमेटी का नाम रखा गया ताकि आदिवासी आसानी से मलिंगर कमेटी का नाम याद कर सके।धीरे-धीरे इस पूरे क्षेत्र को माओवादियों ने अपने कब्जे में ले लिया।अब इस क्षेत्र में फिर से रौनक लौट रही है। स्थिति सामान्य होती नजर आ रही है। पहले जहां आम लोग पेरपा चोक से आगे जाने की हिम्मत नहीं करते थे, वहीं आज हिरोली पुलिस कैम्प खुलने के बाद लोग जलप्रपात घूमने व पिकनिक मनाने जा रहे है। ये बदलते दंतेवाड़ा की तस्वीर है।