सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 20 फरवरी। वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा काष्ठागार सुकमा में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विभाग द्वारा शाख कर्तन (बूटा कटाई) के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यशाला में बताया गया कि राज्य सरकार के जनकल्याणकारी महत्वाकांक्षी योजनाओं में तेंदूपत्ता संग्रहण योजना शामिल है। जिसके तहत तेंदुपत्ता संग्रहण करने वाले को लाभ पहुंचाना इसका मुख्य उद्देश्य है। कार्यशाला में शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदुपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना और छात्रवृत्ति योजना प्रतिभाशाली एवं मेधावी छात्रवृत्ति योजना के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी प्रदान किया। तेंदूपत्ता संग्रहण का जो कार्य है वो एक से दो सप्ताह का होता है, जिसमें बुटा कटाई का अहम योगदान होता है। बूटा कटाई के गुणवत्तापूर्वक करने के पश्चात ही अच्छे तेंदूपत्ता प्राप्त होते है।
इस अवसर पर करणदेव सदस्य जीव जंतु बोर्ड ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित इस योजना का लाभ लेकर लोग आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे हंै। इस तेंदूपत्ता संग्रहण योजना से प्राप्त आय से अपने परिवार के भरण पोषण करने में सक्षम हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने शाख कटाई को गुणवत्तापूर्वक करने की लोगों से अपील की। राज्य शासन के योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
राजू साहू अध्यक्ष नगर पालिका सुकमा ने कहा कि वनोपज जिलेवासियों के लिए जीविकोपार्जन का माध्यम है। राज्य सरकार ने तेंदुपत्ता संग्रहण की दर को बढ़ाकर के प्रति मानक बोरा 4000 करने पर सरकार के इस पहल कि सराहना की। जिससे तेंदूपत्ता संग्रहक पहले से ज्यादा आर्थिक रूप से समृद्ध हुए है।
टीआर मरई उप वनमण्डलाधिकारी सुकमा ने बताया कि जिले में 25 वनोपज समिति कार्यरत है। 673 फड़ और जिले में 52 हजार परिवार वनोपज से संबंधित है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 1 लाख 8 हजार मानक बोरा संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही बताया कि वन धन योजना में सरकार की कार्य की सराहना केंद्र ने भी की है।
इस अवसर पर पुनेम मासा राजेश नारा सदस्य राज्य योग आयोग, नूपो रामा उपाध्यक्ष जिला यूनियन सुकमा, सुक्का सिंह नाग अध्यक्ष मंडी बोर्ड सुकम्प बेका हूंगा संघ प्रतिनिधि राज्य लघु वनोपज संघ, सुखराम नेगी सदस्य जिला यूनियन सुकमा, आयशा हुसैन उपाध्यक्ष नगर पालिका सुकमा और अन्य जनप्रतिनिधि सहित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।