बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्ली राजहरा, 28 फरवरी। भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद और खदान मजदूर संघ भिलाई संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष एमपी सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आज लगातार दूसरे दिन महामाया के ठेका श्रमिकों ने अपने जायज मांगों के लिए महामाया खदान के उत्पादन कार्य को पूरी तरह बंद रखा है और उन्होंने स्पष्ट कर दिया है, जब तक हमारी मांगे मान नहीं ली जाती कार्य पूर्ण रूप से बंद रखा जाएगा।
इस संबंध में अनुविभागीय दंडाधिकारी दल्लीराजहरा जिला बालोद को बीएसपी के महामाया खदान में कार्यरत ठेका श्रमिकों के द्वारा कार्य बंद किये जाने एवं उनकी मांगों के बाबत जानकारी एवं उस पर उचित कार्रवाई हेतु ज्ञापन सौंपा।
भारतीय मजदूर संघ के दोनों नेताओं ने बताया कि बीएसपी के महामाया खदान में कार्यरत श्रमिकों द्वारा संघ के माध्यम से विगत आठ माह से, बीएसपी प्रबंधन के समक्ष कुछ मांग रखी गयी थी। उक्त मांगों पर विगत आठ माह बीएसपी प्रबंधन एवं ठेकेदार द्वारा समुचित समाधान न करने के वजह से 26.02.2023 से भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में श्रमिकों ने असहयोगात्मक कारवाई करते हुए काम बंद कर दिया है। जिस पर संघ ने तथ्यों को रखते हुए अनुविभागीय अधिकारी से इस तारतम्य में श्रमिकों के जायज मांग को पूरा करने हेतु सभी सम्बंधित पक्षों के साथ बैठक लेकर समस्या के समाधान हेतु पहल करने का आग्रह करता है। संघ के नेताओं ने बताया कि प्रकरण का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार से है
महामाया खदान में कार्यरत टिप्पर ड्राइवर और ऑपरेटर को केंद्र सरकार द्वारा तय किये गए कुशल कामगार का वेतन दिया जा रहा है। इस संबंध में उनका कहना यह है कि बीएसपी के अन्य खदानों में टिप्पर ड्राइवर और ऑपरेटर का कार्य कर रहे ठेका श्रमिकों को काम के शुरुआत से ही अति कुशल श्रेणी के कामगार का वेतन भुगतान किया जाता रहा है जबकि महामाया के श्रमिकों को काम करते हुए आज लगभग दस वर्ष हो चुका है फिर भी उन्हें आज भी कुशल श्रेणी का ही भुगतान किया जाता है।
नवंबर 2022 में भी श्रमिकगण आक्रोशित होकर काम बंद करने की बात कहने लगे थे तब भी संघ ने उन्हें ऐसा करने से रोकते हुए चर्चा के माध्यम से समाधान निकालने का प्रयास जारी रखा। इस बीच संघ को इस बात की जानकारी मिली कि ठेकेदार द्वारा श्रमिकों से लगातार ओवरटाइम कराया जा रहा है किन्तु सरकार के नियमानुसार ओवरटाइम का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
संघ की मांगें
महामाया खदान में कार्यरत उन सभी टिप्पर ऑपरेटर्स को, जिन्हें आज कुशल श्रेणी का न्यूनतम वेतन भुगतान किया जा रहा है, अति कुशल श्रेणी का भुगतान तत्काल शुरू किया जाए।
बीएसपी के सभी खदानों में चल रहे प्रत्येक ठेकों में ओवरटाइम का भुगतान केंद्र सरकार के नियमानुसार, दुगुना वेतन देकर किया जाए। श्रमिकों को ओवरटाइम के बकाया पैसे के एरियर्स का भी भुगतान सुनिश्चित की जाए। महामाया खदान में एम्बुलेंस के ठेकेदार द्वारा की जा रही मनमानी पर तत्काल लगाम लगाई जाए।
अपने वाजिब एवं विधिसम्मत मांग करने पर कार्य से निकाले गए एम्बुलेंस ड्राइवर को तत्काल काम पर रखा जाए एवं गलत तरीके से निकाले जाने हेतु जिम्मेदार ठेकेदार पर तत्काल प्रतिबंधात्मक कारवाई की जाए।
महामाया में तत्काल पूर्व में लगे एम्बुलेंस सेवा को पुन: शुरू की जाए। महामाया खदान में ठेकेदार द्वारा अकुशल श्रेणी के श्रमिकों से कुशल श्रेणी का कार्य कराया जा रहा है और इसकी जानकारी होने पर भी खदान प्रबंधक द्वारा चुप्पी साध ली गयी है।
संघ यह मांग करता है कि ऐसे सभी श्रमिकों जो अपने श्रेणी से उच्च श्रेणी का कार्य कर रहे हैं उन्हें तत्काल एरियर्स सहित उच्च श्रेणी का भुगतान किया जाए।
महामाया खदान प्रबंधन के समक्ष लंबित अनुकम्पा नियुक्ति के मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आश्रितों को तत्काल काम पर रखा जावे। केंद्र सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन और वास्तविक रूप से किये गए भुगतान के 16 माह की डिफरेंस राशि का भुगतान तत्काल किया जाए।