रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 मार्च। थाना लैलूंगा में 12 मार्च को थाना क्षेत्र के 16 वर्षीय बालक तथा 15 वर्षीय बालिका के अलग-अलग क्षेत्र से गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराने उनके परिजन थाने आये। नाबालिगों के लापता की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी लैलूंगा उपनिरीक्षक आर.एस. तिवारी द्वारा धारा 363 आईपीसी का दर्ज कर तत्काल जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ को दिया गया।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार द्वारा एसडीओपी धरमजयगढ़ थाना लैलूंगा और साइबर सेल की ज्वाइंट टीम बनाकर स्टाफ को दोनों नाबालिगों के दोस्तों, रिश्तेदारों से सिलसिलेवार तरीके से पूछताछ कर उनके संपर्क नंबरों को सर्विलांस में रखने का निर्देश दिये। परिजनों, दोस्तों से पूछताछ में जानकारी मिली कि दोनों 11 मार्च के दोपहर अपने-अपने घर से बिना बताए निकले थे।
पुलिस की अलग-अलग टीमें नाबालिगों के रिश्तेदारों से पूछताछ किया जा रहा था। इसी बीच रायगढ़ में बालिका के उसके रिश्तेदार के पास आने की जानकारी मिलने पर साइबर सेल स्टाफ पहुंचे। बालिका को महिला पुलिस अधिकारी अपने विश्वास में लेकर पूछताछ करने पर बालिका बताई कि पारिवारिक तनाव में आकर अपने परिचित लडक़े (गुम बालक) के साथ घर में भी बिना बताए अपने बुआ के यहां रायगढ़ आयी थी। दोनों गुम नाबालिगों के काउंसलिंग बाद उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया है।
परिजन उनके लापता के बाद से काफी चिंतित थे जो अपने संतान को घर में पाकर सुकून की सांस लिये और लैलूंगा पुलिस को धन्यवाद दिये।