कोण्डागांव
जनजाति सुरक्षा मंच ने किया कोण्डागांव में भव्य स्वागत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव,28 अप्रैल। नारायणपुर हिंसा मामले में गिरफ्तार 12 लोगों की रिहाई हुई । रिहा लोगों में कोण्डागांव के जिला पंचायत सदस्य व सरपंच भी शामिल हैं। जनजाति सुरक्षा मंच ने कोण्डागांव में भव्य स्वागत किया।
ज्ञात हो कि साल के पहले सोमवार यानि 2 जनवरी को नारायणपुर में हिंसक घटना घटी थी। इस घटना में नारायणपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार घायल हो गए थे। पूरे घटनाक्रम पर कोण्डागांव और नारायणपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कई लोगों की गिरफ्तार किया था। इसी कार्रवाई के तहत कोण्डागांव जिला पुलिस के माध्यम से गिरफ्तार हुए 12 लोगों को जमानत पर रिहा किया गया है।
जमानत पर रिहा होने के बाद 28 अप्रैल को सभी कोण्डागांव पहुंचे। सभी का जनजाति सुरक्षा मंच ने भव्य स्वागत किया है। कोण्डागांव के पुराना विश्राम गृह में स्वागत कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री लता उसेंडी, अंतागढ़ पूर्व विधायक भोजराज नाग, भाजपा के पदाधिकारी, जनजाति सुरक्षा मंच, सर्व समाज व अन्य संगठन के पदाधिकारी यहां नजर आए।
ज्ञात हो कि लगभग 4 माह पूर्व नारायणपुर में सामाजिक हिंसा की घटना हुई थी। इस घटना में कोण्डागांव जिला पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य खेमचंद नेताम (45), सरपंच रामसिंह वद्दे (31), सरपंच राजकुमार नेताम (30), अन्य सामाजिक पदाधिकारी संतेर सोढ़ी (30), रामलाल सोढ़ी (24), श्यामलाल नेताम (48), जुगधर कोर्राम (23), गधवारू कोर्राम (23), बिसरू राम मंडावी (22), रामसिंह पोटाई (35), सुखराम सलाम (55) और सुंदरू कावड़े (40) को तत्काल गिरफ्तार कर लिया था। अपने गिरफ्तारी के लगभग 4 माह के बाद इन सभी को छत्तीसगढ़ के उच्च न्यायालय से आदेश के बाद जमानत पर रिहाई मिल चुकी है। जमानत में रिहा होने के बाद सभी अपने गृह ग्राम से पूर्व जिला मुख्यालय कोण्डागांव पहुंचे।
रिहाई के बाद कोण्डागांव पहुंचने पर सभी का जनजाति सुरक्षा मंच, भाजपा पदाधिकारी व सर्व समाज ने आतिशबाजी के साथ स्वागत किया। कोण्डागांव के पुराना रेस्ट हाउस के सामने आतिशबाजी के बाद पुष्पगुच्छ से स्वागत व मिठाई कार्यक्रम भी संपन्न हुआ है।