कवर्धा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 5 जून। बच्चे का अपहरण मामले में पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। मामला तरेगांव थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, खुद की शादी के 3 वर्ष के बाद भी बच्चा ना होने से महिला ने 22 दिन के नन्हे बच्चे का अपहरण किया था।
आरोपी महिला के विरुद्ध थाना तरेगाँव जंगल में धारा-363 भा.द.वि. पंजीबद्ध कर की गई कार्रवाई। खुद की शादी के 3 वर्ष के पश्चात भी बच्चा ना होने से 22 दिन के नन्हे बच्चे को आरोपी महिला ने माँ की गोद से कर दिया था दूर। कबीरधाम पुलिस के अथक प्रयासों से माँ की सुनी गोद में पुन: अपहृत नन्हे बालक ने लगाई किलकारी।
कबीरधाम जिले के थाना तरेगाँव जंगल में 3 जून को प्रार्थी लालू राम पिता समारू बैगा (40) थाना तरेगाँव जंगल जिला कबीरधाम द्वारा थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि मेरे तीन बच्चे हैं, सबसे पहले बड़ा लडक़ा, दूसरे नंबर की बेटी व तीसरे नंबर का छोटा लडक़ा है। बड़ा लडक़ा शिवकुमार बैगा का विवाह साल भर पहले ग्राम खाम्ही के पवन कुमारी से किया था। जिनसे कुछ दिन पहले एक नन्हे बालक का जन्म हुआ है, जो 22 दिन का था, जिसे दादू नाम से पुकारते थे। 2 जून के रात्रि 09 बजे खाना खाकर मैं घर के परछी में सोया था, बेटी शिवकुमारी व बहू पवन कुमारी अपने 22 दिन के बच्चे दादू को साथ लेकर सोयी थीं, सुबह करीबन 04 बजे उठकर देखे तो मेरा नाती 22 दिन का दादू बिस्तर में नहीं था। जिसका पता तलाश आसपास घर, बाड़ी, नदी, नाला, झाड़ी में किये कही पता नहीं चल रहा है। जिसे कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा घर के अंदर बिस्तर से उठाकर कहीं ले गया है।
प्रार्थी के रिपोर्ट पर तत्काल थाना प्रभारी तरेगांँव जंगल द्वारा थाने में अपराध पंजीबद्ध कर मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जिले के वरिष्ठ अधिकारी गणों को उक्त घटना से अवगत कराया गया। पुलिस ने टीम गठित कर आरोपी एवं मासूम बालक दादू के पता तलाश हेतु रवाना किया गया।
टीम के लगातार प्रयास एवं वरिष्ठ अधिकारी गणों के दिशा निर्देश पर महज चंद घंटों के भीतर संदेही महिला मधुभाई पति राधेश्याम बैगा (21) खाम्ही थाना कुकदुर जिला कबीरधाम से पूछताछ करने पर पुलिस टीम को गुमराह करने लगी, टीम द्वारा अलग-अलग पूछताछ करने पर गुम बालक को अपने पास होने तथा अपहरण कर लाना स्वीकार करते हुए बताया गया, कि मैं ग्राम खाम्ही में रहती हूँ, रोजी मजदूरी का काम करती हूँ, मेरे गांँव की पवनकुमारी एक वर्ष पहले शादी होकर ग्राम दुर्जनुपर गयी थी, जिसका कुछ दिन पहले एक बच्चा हुआ है। यह बात उसके परिवार वाले बताये तो मुझे मालूम हुआ, मेरा विवाह आज से 03 वर्ष पूर्व हुआ है, किन्तु मेरा एक भी संतान नहीं होने से बहुत परेशान रहती थी।
शुक्रवार को मैं ग्राम दुर्जनपुर के साप्ताहिक बाजार ग्राम कोमो के एक व्यक्ति के मोटर सायकल में बैठ कर जा रही थी, ग्राम दुर्जनपुर बस्ती में पहुंचे थे, कि एक घर की ओर इशारा कर मोटर सायकल वाला बताया कि तुम्हारे गांँव खाम्ही की लडक़ी इस घर में आयी है। घर के आंगन में छोटे बच्चे को उसकी मांँ गोद में लेकर घुमा रही थी। मैं देखी फिर मैं बाजार ग्राम दुर्जनुपर आ गयी, और खरीदी करके उस दिन शाम ढलने के बाद लगभग 09 बजे रात्रि को ग्राम दुर्जनपुर में पवन कुमारी बाई के घर के बाजू वाले घर में रात रुकी। रात्रि करीबन 02 बजे उठी और पवन कुमारी बाई के घर के पीछे दिवाल को कुदकर अंदर गयी, अंदर कमरे में सो रहे, नन्हे बालक को बिस्तर से उठाकर बिना किसी को बताये लेकर चली गयी थी गवाहों के समक्ष बताया गया। जिस पर आरोपी महिला के विरुद्ध थाना तरेगांव जंगल में अपराध पंजीबद्ध कर उचित वैधानिक कार्रवाई कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।