कवर्धा

वनांचल क्षेत्रों में शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे शिक्षा व्यवस्थाओं का किया जा रहा विस्तार-अकबर
14-Jun-2023 8:51 PM
वनांचल क्षेत्रों में शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे शिक्षा व्यवस्थाओं का किया जा रहा विस्तार-अकबर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कवर्धा, 14 जून। प्रदेश के वन,परिवहन, आवास पर्यावरण, विधि विधायी एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वनांचल क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोडऩे के लिए लगातार शिक्षा व्यवस्थाओं का विस्तार किया जा रहा है। सुदूर वनांचल क्षेत्रों में नए-नए स्कूल भवनों का निर्माण किए जा रहें है, जिससे क्षेत्र के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।

मंत्री श्री अकबर ने बोड़ला विकासखंड के सुदूर वनांचल बैगा बाहूल क्षेत्र में कुल 45 लाख 92 हजार रूपए की लागत से 04 प्राथमिक शाला भवन का विधिवत शिलान्यास किया। इनमें बोड़ला विकासखंड के बैगा बाहूल, सुदूर वनांचल क्षेत्र ग्राम भोथी, शुभूपीपर, महलीघाट और सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम गांगपुर, ग्राम कुण्डपानी में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य शामिल है। सभी प्राथमिक शाला भवन 11 लाख 48 हजार रूपए की लागत से निर्माण होंगे। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि होरी साहू,  पीतांबर वर्मा, जिला पंचायत सदस्य मुखीराम मरकाम, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष  नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष चोवा साहू, बोड़ला जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रभाती मरकाम सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने कहा कि शिक्षा विकास के मुख्य आधार है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। उन्होने कहा कि बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोडऩे के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अनेक योजनाएं और कार्यक्रम संचालित है। उन्होंने कहा कि शासन शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही है। बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध नवीन स्कूल भवनों का निर्माण और जीर्णोद्वार किया जा रहा है। अंग्रेजी में शिक्षा उपलब्ध कराने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ किए गए हैं। जहां बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सुविधाएं उपलब्ध करा रही है।

लैब, लाइब्रेरी सहित सभी जरूरतों को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिभावान छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति प्रदान किया जा रहा है। जिससे अब वनांचल क्षेत्र में रहने वाले बच्चे राष्ट्रीय स्तर के परीक्षा ने चयनित होकर इंजीनियरिंग और डॉक्टर की पढ़ाई कर रहे हैं वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं में भी चयनित होकर सेवा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के लिए शासन लगातार कार्य कर रही है। इसके लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाया जा रहा है। वही कुपोषण मुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। जिसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आए है।

श्री अकबर ने बताया कि शिक्षा के लोकव्यापीकरण के लिए शासन द्वारा निति निर्धारित है। जिसके अंतर्गत राज्य के प्रत्येक बसाहट में 01 किलोमीटर की परिधि में तथा न्यूनतम 40 बच्चों के लिए प्राथमिक शाला, 03 किलोमीटर की परिधि में पूर्व माध्यमिक शाला, 05 किलोमीटर की परिधि में हाई स्कूल तथा 07 किलोमीटर की परिधि में हायर सेकेण्डरी स्कूल खोलने की निति बनाई गई है। उन्होंने बताया प्रदेश के 06 से 14 आयु वर्ग के शाला अप्रवेशी, शाला त्यागी सभी बच्चों का चिन्हांकन कर आवासी और गैर आवासीय पाठ्यक्रम से जोडे जाने की कार्यवाही की गई है। प्रारंभिक शिक्षा के लोक व्यापीकरण के लिए राज्य में 32 हजार 759 प्राथमिक शाला तथा 16 हजार 485 उच्च प्राथमिक शालाएं संचालित है।

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