सरगुजा
जन भागीदारी कार्यक्रम, कई स्पर्धाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,15 जून। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के सभागार में आयोजित एवं जन भागीदारी जी-20 के अंतर्गत एक कुशल और आत्मनिर्भरता भारत बनाने पर कार्यक्रमों की इस कड़ी में आज जन भागीदारी कार्यक्रम के सफलतापूर्वक समापन के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
पंद्रह दिनों तक चलाए गए प्रोग्राम में विभिन्न प्रतियोगिताओं का समायोजन रहा, जिसमें चित्रकला प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, ब्यूटी पार्लर प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, कौशल विकास इनोवेशन प्रतियोगिता, निर्माण में करियर पर कार्यशाला, ईडीपी एवं छात्रों के लिए दीक्षांत समारोह, नया युग उद्यमिता का युग आदि सेशन का आयोजन किया गया है। जिसमें जन शिक्षण संस्थान सरगुजा में मुख्य अतिथि के रूप में जिला श्रम पदाधिकारी नितेश विश्वकर्मा, जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के निदेशक एम सिद्दीकी, गिरीश गुप्ता जिला साक्षरता सरगुजा नोडल अधिकारी, महात्मा गाँधी फेलो शिप की हेड राशि कुमारी, ममता चौहान यूनिसेफ से हेड, अंचल ओझा सरगुजा साइंस ग्रुप आदि की गरिमामय उपस्थिति रही।
स्वागत प्रतिवेदन प्रस्तुत करके एम. सिद्दीकी ने बताया कि देश अब सरकारी विकास से अधिक सहकारी विकास की ओर चल पड़ा है। सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करके विकास को जनांदोलन बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल की है। निश्चित रूप से लोकतांत्रिक समाज में सरकारी तंत्र एक सेवक की भूमिका निभाता है और प्रशासन जिसका माध्यम होता है।
संविधान भी विकास में जनभागीदारी की अपेक्षा करता है। दरअसल, देश की गंदगी जहां एक ओर समस्या है, वहीं ये एक संभावना भी है कि कूड़ा प्रबंधन के रूप में देश की गंदगी का प्रबंधन यदि नियोजित तरीके से किया जाए तो ये विकास में एक अहम योगदान दे सकता है।
इसी तारतम्य में जिला श्रम पदाधिकारी नितेश विश्वकर्मा ने बताया कि भारत यदि गंदगी जैसी समस्या से निपट लेता है तो बड़े स्तर पर यह सामुदायिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुधार कर पाएगा, क्योंकि ज्यादातर बीमारियों की जड़ गंदगी है। आर्थिक विकास को गति देता है और नए रोजगार सृजित करता है । नए विचारों, उत्पादों और सेवाओं को बाजार में लाकर नवाचार को प्रोत्साहित करता है। पुरानी तकनीकों पर लोगों की निर्भरता को कम करने वाले उत्पादों या सेवाओं को विकसित करके सामाजिक परिवर्तन में योगदान देता है। नई प्रतिभाओं का पोषण करने और अपने सहयोगियों से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करने में सक्षम होना एक उद्यमी होने के बारे में सबसे पुरस्कृत चीजों में से एक है।
इस कार्यक्रम में 260 से अधिक स्टूडेंट की उपस्थिति रहीं। इस कार्यक्रम में सभी उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को शत-प्रतिशत कार्यक्रम के सफलता के लिए शपथ दिलाई गयी। जी-20 के इस कार्यक्रम के समापन के अवसर पर प्रतियोगिता में विजित विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट और शील्ड देकर सम्मानित किया गया। जिसमें सभी कर्मचारियों एवं रशीदा परवेज,सुल्ताना सिद्दीकी, सबीना खातून मास्टर्स ट्रेनर, शीतल टोप्पो,रमेश यादव, कहकशां परवीन, शुभंकर विस्वास, राकेश, अंजू माला आदि सभी की गरिमामय उपस्थिति रही।