सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 29 जून। पिछले एक सप्ताह से नक्सलियों के कब्जे में रहे ताड़मेटला उप सरपंच माड़वी गंगा व शिक्षा दूत सुक्का कवासी की नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर हत्या कर दी। देर रात को ग्रामीण शव लेकर गाँव पहुँचे। बाकी सभी को रिहा कर दिया, लेकिन दो ग्रामीण अब भी नक्सलियों के कब्जे में है। गुरुवार की सुबह पुलिस गाँव पहुँची और शवों को पीएम के लिए लाया गया। साथ ही सर्व आदिवासी समाज के प्रमुख चिंतागुफा पहुँचे यहाँ परिजनों व ग्रामीणों से चर्चा करेंगे।
जिले के चिंतागुफा थानाक्षेत्र के ताड़मेटला गाँव से करीब एक सप्ताह पहले नक्सलियों ने उप सरपंच माड़वी गंगा व शिक्षादुत सुक्का कवासी समेत 15 लोगों को अगवा कर दिया था। बुधवार को नक्सलियों ने उसी इलाके में जन अदालत लगाकर उप सरपंच माड़वी गंगा व शिक्षादूत की हत्या कर दी। और नक्सली पर्चे फेंके जिसमें दोनों पर मुखबिरी का आरोप लगाया है। बाकी सभी ग्रामीणों को रिहा कर दिया गया, लेकिन सूत्रों की माने तो दो ग्रामीण अब भी नक्सलियों के कब्जे में है। बाकी ग्रामीण दोनों के शव लेकर गांव पहुँची। गुरुवार सुबह पुलिस गाँव पहुँची और दोनों के शवों को पीएम के लिए चिन्तागफा लाई। जहां पीएम के बाद परिजनों को शव सौंपा जाएगा।
आदिवासी समाज प्रमुख पहुँचे
आदिवासी समाज प्रमुख वेको हूंगा, रामदेव बघेल समेत सभी लोग चिन्तागुफा पहुँचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों व परिजनों से मिलकर पूरे मामले की जानकारी लेंगे। प्रमुखों ने कहा कि हम लोग नक्सल संगठन से अपील किये है कि सभी को रिहा करे। अगर समाजहित में नक्सल संगठन से बात करनी पड़ी तो बात करेंगे।