सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 4 जुलाई। जर्जर हो चुकी स्कूलों की तस्वीर स्कूल जतन योजना से बदल रही है। इस योजना के तहत स्कूलों की कायाकल्प बदल जाए रही है। नए सत्र में बच्चे स्कूलों को देख आकर्षक हो रहे है। मुख्यमंत्री द्वारा चलाई गई स्कूल जतन योजना का लाभ ग्रामीण इलाकों की स्कूलों को मिल रहा है। स्कूल जतन योजना से स्कूलों की तस्वीर बदल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित शासकीय शालाएं जो वर्षो से जर्जर एवं अतिजर्जर हैं उनका जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इस योजना से छिंदगढ़ विकासखण्ड के अंदरूनी शालाओं का कायाकल्प किया जा रहा है जिसमें टाईल्स, पु_ी एवं रंग रोगन कर शालाओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
जनपद सदस्य लखमा नाग एवं धनसाय नेगी ने इस योजना की तारीफ करते हुए कहा कि जिन स्कूलों का मरम्मत हो रहा है टाईल्स पुट्टी एवं पेंटिंग के कारण शालाओं में साफ सुथरा वातावरण निर्मित हो रहा है। बच्चे इससे खुश होकर रोज स्कूल जाएंगे। स्कूल जतन योजना के तहत स्कूल मरम्मत से एक सकारात्मक माहौल तैयार हो रहा है। पालक और बच्चे का स्कूल के प्रति पॉजिटिव माहौल बन रहा है। वर्षों बाद सरकारी स्कूल अब प्राइवेट स्कूल के तर्ज पर बनकर तैयार किया जा रहा है। भवन में सारी आवश्यकता की चीजे लगाई जा रही है। सरकारी स्कूल अब बदल रहा है। आकर्षक क्लास रूम, ऑफिस रूम,किचन, टायलेट बाथरूम बेहतर वातावरण तैयार की जा रही है। निश्चित रूप से सुकमा के अंदरूनी क्षेत्र के स्कूलों का स्वरूप में बदलाव आ रहा है।
आकर्षक दिख रही स्कूले
जिले की अधिकांश स्कूले जर्जर हो चुकी थी, जिसमें ना तो बच्चे बैठ पाते थे और ना ही स्कूल के शिक्षक। इसलिए शासन की स्कूल जतन योजना के तहत स्कूलों की तस्वीर बदल रही है। हालांकि अभी काफी स्कूलों का मरमत कार्य चल रहा है।