कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 13 जुलाई। गुरुवार को पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र में आरक्षण देने, पेसा कानून का सुचारू रूप से लागू करने समेत 27 सूत्रीय मांगों को लेकर सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय आह्नान पर कोंडागांव जिलाध्यक्ष बंगाराम सोढ़ी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने केशकाल विधायक निवास का घेराव किया।
इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। घेराव के दौरान विधायक निवास के समक्ष बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। जहां बैरिकेडिंग तोडऩे के प्रयास कर रहे युवाओं के साथ पुलिस की जमकर झूमाझटकी भी हुई। अंत मे समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने विधायक के निज सहायक अमरनाथ राणा को ज्ञापन सौंप कर विरोध प्रदर्शन समाप्त किया।
इस सम्बंध में सर्व आदिवासी समाज कोंडागांव के जिलाध्यक्ष बंगाराम सोढ़ी ने कहा कि सर्व आदिवासी समाज अपनी संवैधानिक अधिकारों की रक्षा व ज्वलंत समस्याओं को लेकर लम्बे समय से धरना एवं विरोध प्रदर्शन के माध्यम से शासन प्रशासन से निवेदन करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है।
बंगाराम सोढ़ी ने कहा कि बस्तर संभाग के अधिकांश विधायक आदिवासी हैं। लेकिन न जाने कौन सी मजबूरी है कि वह आदिवासियों के मुद्दे पर कभी नहीं बोलते। सर्व आदिवासी समाज अब तक केवल सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ता था लेकिन अब हमने राजनीति की ओर मुडऩे का निर्णय लिया है। समाज ने तय किया है कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तो आगामी चुनाव में आदिवासी समाज का एक भी वोट कांग्रेस को नहीं देंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी व युवा वर्ग मौजूद रहे।