सरगुजा
विद्या मंदिर प्राथमिक शाला के बच्चों संग वसुधा महिला मंच ने की बालसभा आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,16 जुलाई। यूनिसेफ, छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेधशाला एवं वसुधा महिला मंच के द्वारा कलेक्टर बंगला के पीछे विद्या मंदिर प्राथमिक शाला अम्बिकापुर में बाल सभा आयोजित किया गया।
वसुधा महिला मंच की प्रमुख वरिष्ठ समाजसेविका वन्दना दत्ता ने बताया कि यूनिसेफ की सहायता से छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेधशाला छत्तीसगढ़ में जमीनी स्तर पर कार्यरत सामाजिक संस्थाओं का संगठन है, जो बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण एवं अधिकारों के मुद्दों पर निरंतर कार्य कर रहा है। साथ ही भारत के संविधान में बच्चों के जो अधिकार वर्णित हैं, उन्हें सहज और सरल भाषा में बच्चों को बताया ।
मंच की अनुभा डबराल ने कहा कि बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं, उनके शिक्षा, पोषण, विकास एवं उनके अधिकारों की रक्षा करना हम सब का बुनियादी कर्तव्य है। वसुधा महिला मंच की सदस्य ज्योति द्विवेदी ने कहा कि बच्चों के विकास के लिए सक्षम वातावरण का निर्माण करना हम सभी का दायित्व है।
बाल सभा के दौरान बच्चों के द्वारा अपनी आवश्यकताओं, समस्याओं एवं अधिकारों को लेकर सामूहिक चर्चा के दौरान कई बिंदु चिन्हांकित किया गया। जिस पर सरकार एवं शासन स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है।
बच्चों ने स्कूल में सामूहिक चर्चा के दौरान यह भी कहा कि पुस्तक के साथ-साथ स्कूल में कॉपी भी दिया जाये। बच्चों के मांग पर तत्काल वसुधा मंच द्वारा कॉपी-पेन बच्चों को उपलब्ध कराया गया। तथा बच्चों के मांग को शासन स्तर तक पहुंचाने की बात कही गई।
सरगुजा संभाग में सामाजिक संगठनों के द्वारा बाल सभायें आयोजित कर बच्चों से उनके मुद्दे चिन्हांकित किये जा रहे हैं, अभियान समाप्ति पश्चात यूनिसेफ एवं छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेधशाला एवं छत्तीसगढ़ के सामाजिक संस्थाओं द्वारा संयुक्त रूप में बच्चों के मुद्दों को विभिन्न राजनीतिक दलों से मिल कर इसे उनके घोषणा पत्र में शामिल करवाने तथा आगामी समय में बच्चों के मुद्दों पर प्रमुखता से कार्य करने की मांग की जायेगी। वसुधा महिला मंच के द्वारा बालसभा में सहभागी विद्या मंदिर के सभी बच्चों को पौष्टिक खिचड़ी खिलाया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्या मंदिर प्राथमिक शाला की प्रधान पाठिका साधना कश्यप, संगीता महापात्र, जयंती एवं मोनिका का सराहनीय सहयोग रहा।