राजनांदगांव
28 जुलाई से 3 अगस्त तक नक्सली हर साल मनाते हैं शहीद सप्ताह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 जुलाई। नक्सली संगठन कल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीद सप्ताह मनाने की तैयारी में है। हर साल नक्सली शहीद सप्ताह के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर आवाजाही और सरकारी कामकाज पर प्रभावित करते हैं।
शहीद सप्ताह के दौरान नक्सली पुलिस मुठभेड़ में मारे गए साथियों को याद करते हैं। कामरेड के तौर पर साथियों को नमन करते नक्सल पैठ वाले गांवों में कई तरह के कार्यक्रम होते हैं। शोकसभाओं के अलावा नक्सली अपनी नीतियों का प्रचार-प्रसार करते हैं। साथ ही युवा और ग्रामीणों को अपने संगठन में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। राजनंादगांव, मोहला-मानपुर और खैरागढ़ जिले में नक्सलियों की आमदरफ्त तेज हुई है। पुलिस को नक्सलियों की मौजूदगी के ठोस प्रमाण और सूचनाएं मिल रही है।
शहीद सप्ताह के दौरान तीनों जिलों की पुलिस पड़ोसी राज्यों के साथ तालमेल बनाकर सीमा पर गश्त तेज करने की दिशा में काम कर रही है। बालाघाट आईजी संजय सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि नक्सल क्षेत्रों में फोर्स को हाईअलर्ट में रखा गया है। नक्सल मोर्चों में तैनात जवानों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इधर राजनांदगांव जिले के बाघनदी, छुरिया और बोरतलाव क्षेत्र में लगातार जवान गश्त कर रहे हैं। वहीं खैरागढ़ के भीतरी इलाकों में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। बसों की आवाजाही प्रभावित करने की आशंका पर जवान नजर बनाए हुए हैं।
मोहला-मानपुर के अंदरूनी इलाकों में भी पुलिस सतर्क है। एसपी रत्ना सिंह नक्सल गतिविधियों पर नजर रखते हुए जवानों को सतर्कतापूर्वक गश्त करने पर जोर दे रही है। मदनवाड़ा, औंधी, कोहका तथा महाराष्ट्र से सटे बुकमरका, रामगढ़ समेत अन्य इलाकों में सुरक्षा के मद्देनजर जवानों को तैनात किया जा रहा है। नक्सलियों की गतिविधियों पर पुलिस अंदरूनी सूचनाएं भी संकलित कर रही है, ताकि नक्सलियों को करारा जवाब दिया जा सके।
नक्सल सप्ताह के दौरान आमतौर पर नक्सली वाहनों में आगजनी और रास्ता रोकने जैसी घटना करते हैं। ऐसी हरकतों को रोकने के लिए पुलिस ने सर्चिंग अभियान को तेज कर दिया है।