दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 27 जुलाई। यूनिसेफ के दल द्वारा विगत दिवस जिले के विभिन्न संस्थाओं का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिला प्रशासन की गतिविधियों पर संतोष जताया गया।
छत्तीसगढ़ यूनिसेफ के प्रमुख जॉब जकारिया के साथ विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के साथ जिले का दौरा किया। इस दौरान यूनिसेफ के राज्य टीम ने दंतेवाड़ा जिले में यूनिसेफ के सहयोग से किशोर सशक्तिकरण, बाल-संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण के क्षेत्र में संचालित कार्यक्रमों का जायजा लिया। जिले में महिला बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य विभागों के सहयोग से यूनिसेफ के जिला समन्वयकों द्वारा जिले के दूरस्थ ग्राम-पंचायतों तक अपनी पहुँच बनाकर जमीनी स्तर पर समुदाय को किशोर बच्चों के सशक्तिकरण, संरक्षण के साथ ही साथ बच्चों की स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण एवं स्वच्छता पर जागरूक करने का कार्य कर रही है।
दो दिवसीय दौरा के दौरान राज्य यूनिसेफ के टीम द्वारा जिले के आत्मानंद स्कूल में शाला स्वास्थ्य एवं वेलनेस कार्यक्रम का निरीक्षण किया, साथ ही ग्राम पंचायत कुम्हाररास में आयोजित किशोर सशक्तिकरण कार्यक्रम अंतर्गत परिवर्तन के प्रतिक बने जिले के किशोर बच्चों एवं युवाओं से यूनिसेफ चीफ ने चर्चा कर प्रशंसा की।
महिला बाल विकास विभाग के सहयोग से संचालित कार्यक्रम बापी न उवाट के सतरंगी सभा में भाग लेकर अंदरूनी गांव-गांव तक शासन की योजनाओं जैसे मलेरिया मुक्त दंतेवाड़ा, एनिमिया मुक्त दंतेवाडा, शतप्रतिशत शिक्षित, संस्थागत प्रसव, पूर्ण सुपोषित दंतेवाडा, गंदगी मुक्त दंतेवाडा एवं सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण को सात संकल्पों के माध्यम ग्रामीण अंचलों में पहुंचाने का कार्य कर रही बुजुर्ग बापी एवं नायक-नायिकाओं से उनके अनुभव और कार्यों को जाना। टोटापारा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया साथ ही बच्चों के अभिभावकों के साथ पालक बैठक का आयोजन भी किया।
दो दिवसीय प्रवास में यूनिसेफ प्रमुख के साथ सामाजिक व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ अभिषेक सिंह, बाल संरक्षण विशेषज्ञ चेतना देसा और शिक्षा विशेषज्ञ गार्गी के प्रमुख रूप से मौजूद थे।