राजनांदगांव
शहर कांग्रेस ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 अगस्त। केन्द्र व राज्य सरकार की असफलता व कानून व्यवस्था लचर होने की वजह से मणिपुर राज्य में पिछले तीन माह से दो समुदायों के बीच आपसी लड़ाई की वजह से हिंसा की आग भडक़ी हुई है, जिस वजह से वहां की महिलाओं से बर्बरतापूर्वक तमाम अमानवीय कृत्य हो रहे हैं। जिसको लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों द्वारा मणिपुर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
शहर अध्यक्ष श्री छाबड़ा ने बताया कि केंद्र व स्थानीय राज्य सरकार मणिपुर की हिंसा को रोकने के मामले में पूरी तरह अक्षम साबित हो रही है। वहां की मां, बेटियों के साथ बलात्कार जैसी घिनौनी वारदातें हो रही है। लगातार वहां के निवासियों की हत्याएं की जा रही है, लेकिन मणिपुर में काबिज भाजपा सरकार इस हिंसा को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है और केंद्र सरकार भी अब तक इस पर लगाम नहीं लगा पाई है। जिसको लेकर 3 अगस्त को राष्ट्रपति के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर इस तरह की नाकारा मणिपुर सरकार को तत्काल बर्खास्त करने का मांग की व तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। जिससे वहां की हिंसा में काबू पाया जा सके और शान्ति व्यवस्था बहाल हो सके। ज्ञापन के दौरान श्रीकिशन खंडेलवाल, महापौर हेमा देशमुख, माया शर्मा, आसिफ अली, सिद्धार्थ डोगरे, शकील रिजवी, मनीष गौतम, विशु अजमानी, मयंक सोनी, राजा यादव शामिल थे।