बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 सितंबर। ग्राम घोटवानी में साहसी दादी अपने पोते के बचाने के लिए पागल कुत्ते से भिड़ गई। गांव के लोगों ने 56 वर्षीय महिला हरकुंवर बाई को लहूलुहान हालत में पागल कुत्ते के हमले से बचाने के बाद साजा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया।
घायल महिला हरकुंवर बाई ने घटना क्रम के बारे में बताई कि घर के बाहर एक कुत्ता बैठा हुआ था। वे अपने दो साल के पोते को लेकर घर से निकली थी कि घर के सामने बैठा कुत्ता उसके तरफ झपटा मारकर हमला किया। कुत्ता द्वारा अचानक करने पर अपने पोते को पीछे करते हुए स्वयं सामने आ गई और दोनों हाथों से रोकने के लिए भिड़ गई। करीब 20 मिनट से अधिक समय तक पागल कुत्ता उस पर हमला कर बच्चे की ओर बढ़ रहा था, जिसे रोकने के लिए भरपूर प्रयास करती रही।
इस दौरान पैर, गर्दन, हाथ में कुत्ता के काटने से महिला को गहरा जख्म हो गया। घायल हालत में ही महिला ने लोगों को आवाज देकर मदद मांगी। इसके बाद पहुंचे लोगों ने महिला को कुत्ता के चंगुल से बचाया और जैसे तैसे कर भगाया। इसके बाद पोते को घर के अंदर भेजकर हरकुंवर बाई को उपचार के लिए शासकीय अस्पताल साजा रवाना किया गया। ग्रामीणों के अनुसार पागल कुत्ता ने गांव के अन्य लोगों पर ही भी हमला किया व मवेशियों को भी काटा है।
अधिक जख्म व रक्त बहाव होने लगाया इंजेक्शन
घायल हरकुंवर का साजा में प्राथमिक उपचार किया गया। उपचार करने के बाद साजा से जिला अस्पताल रवाना किया गया। जिला अस्पताल में महिला का अधिक रक्तबहाव को रोकने के लिए जख्म पर ही हुमन रेबीज इम्मूनो ग्लोबुलिन इजेक्शन लगाया गया। डॉ. मनीष ठाकुर ने बताया अधिक जख्म होने पर इस तरह का इंजेक्शन लगाया जाता है।