कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 15 सितम्बर। लोक निर्माण विभाग संभाग के कार्यापालन अभियंता कार्यालय के प्रांगण में इस वर्ष भी डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जयंती पर में जिले भर के इंजीनियरों ने अभियंता दिवस मनाया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता ए.आर. मरकाम ने कहा कि सर डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितम्बर 1860 को मैसूर के कोलार जिले में हुआ। जब वे 32 वर्ष के थे, उन्होंने सिन्धु नदी के सुक्कुर कम्बे को पानी के पूर्ति भेजने का प्लान तैयार किया। जिससे पूर्व महाराष्ट्र सरकार ने खुश होकर नासिक में सहायक इंजीनियर के पद पर नियुक्त कर दिया। सरकार ने सिंचाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के उपायों को ढंूढने समिति बनाई। इसके लिए एमवी ने एक स्टील के दरवाजे बनाकर नए ब्लॉक सिस्टम को ईजाद किया । जिससे पानी के बहाव को रोका जा सकता है।
आज यह प्रणाली विश्व में प्रयोग में लाई जा रही है। इसी तरह मूसा व इसा नामक दो नदियों के पानी को बांधने प्लान तैयार किया गया। इसके बाद डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी को मैसूर का चीफ इंजीनियर नियुक्त किया गया। उन्हें मैसूर राज्य व भारत सरकार ही नहीं दुनिया भर से प्रशंसा मिली।
अभियंता दिवस पर अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग आर.एन. उसेण्डी, आलोक ध्रुव, इंजीनियर अशोक कुंजाम, एस.के. सिरदार, हरीश नेताम, प्रमोद नेताम, गुलशन ठाकुर, जितेन्द्र साहू, ऐशवर्या लक्ष्मी ठाकुर, पी.के. सोनवानी, अजीत टोप्पो, जी.एस. सिवाना, जेकब डेनियल, खेमेश्वर साहू, हेमंत सरोज, विरेन्द्र बघेल, सुमित्रा बघेल ठेकेदार जी.एस. चंदेल, अज्जू लाला, सुशील शर्मा एवं लोनिवि के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।