कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 8 अक्टूबर। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सोनी के मार्गदर्शन में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान हेतु पीठासीन सहित अन्य मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाले मास्टर ट्रेनरों को द्वितीय चरण का प्रशिक्षण दिया गया।
शनिवार को जिला कार्यालय के प्रथम तल स्थित सभागार में ट्रेनरों को ईवीएम, वीवी पैट आदि के बारे में प्रशिक्षित किया गया। ये मास्टर ट्रेनर अब मतदान दल के अधिकारियों को प्रशिक्षित करेंगे। वहां पहुंचे ट्रेनरों को ईवीएम, वीवी पैट के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि वे मतदान अधिकारियों की प्रशिक्षण के दौरान क्या-क्या सिखाएंगे।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम प्रकाश शर्मा ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी निर्वाचन के लिए आवश्यक है कि सभी मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण बेहतर हो। मतदान अधिकारियों को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने वाले सभी प्रशिक्षकों का भी दायित्व है कि वे यहां दी गई सभी जानकारियों को बेहतर ढंग से समझें।
मतदान कर्मियों को बतानी होंगी चुनाव की बारीकियां
मास्टर ट्रेनरों को बताया गया कि उन्हें मतदान कार्मिकों को मतदान के एक दिन पहले बूथों के लिए प्रस्थान करने से पहले बरती जाने वाली सावधानियां, ईवीएम और वीवीपैट की बारीकियां बतानी होंगी। ईवीएम और वीवी पैट को मतदान के पहले बूथों पर कैसे संचालन के लिए तैयार करना है। पीठीसीन अधिकारी की ओर से मतदान शुरू होने से पूर्व मतदान अभिकर्ताओं की उपस्थिति में कैसे माकपोल कराया जाएगा, इस बात की भी जानकारी दी गई। चैलेंज वोट, टेंडर मत, दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को घर पर ही वोट देने की सुविधा, मतदान शुरू होने के पहले और समाप्ति पर पीठासीन अधिकारी की ओर से की जाने वाली घोषणाएं, मतदाताओं के रजिस्टर आदि को पूरा किया जा रहा है या नहीं, इसकी भी जानकारी दी गई। मतदान खत्म होने के बाद स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा करने की प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया।
इसके साथ ही डाक मतपत्र तथा निर्वाचन कर्त्तव्य प्रमाण पत्र आदि के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि इस बार निर्वाचन कार्य से जुड़े हुए सभी अधिकारी-कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण केन्द्र में ही मतदान की सुविधा दी गई है। इसके लिए मतदान प्रशिक्षण केन्द्र में मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे तथा मतदान कराया जाएगा।