बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 9 नवंबर। जिले का कसडोल विधानसभा मे त्रिकोणीय संघर्ष के आसार नजर आ रहे हैं। निर्दलीय उम्मीदवार गोरेलाल साहू भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी को कड़ी टक्कर देने में लगे हैं, वहीं उन्हें जनसमर्थन भी मिल रहा है।
भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं के साथ लगातार जनसंपर्क कर अपने पक्ष में सरकार द्वारा किये गये घोषणा के आधार पर वोट मांग कर जिताने की अपील के साथ ही वायदा पूरा करने की बात कर रहे है, वहीं कांग्रेस से बगावत कर रहे निर्दलीय प्रत्याशी गोरेलाल साहू बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा बना रणक्षेत्र में कूद पड़े हैं।
कसडोल विधानसभा में पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा बनाते हुए भाजपा के गौरीशंकर अग्रवाल को नकारते हुए जनता ने स्थानीय को महत्व देते हुए शकुंतला साहू को विधानसभा में भेजा था, वहीं इस बार भी यही स्थिति नजर आ रही है।
कांग्रेस ने संदीप साहू को मैदान में उतारा है, जिन पर प्रारंभ से ही बाहरी प्रत्याशी होने का आरोप लग रहा है। भले ही संदीप साहू इन बातों को नकार रहे हैं, पर उनके ही प्रतिद्वंदी भाजपा के धनीराम धीवर व बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी गोरेलाल साहू इस बात को जनता के बीच उठा रहे हैं। इन्हीं सब के बीच कसडोल विधानसभा में त्रिकोणीय संघर्ष के आसार नजर आ रहे हैं ।
तीनों ही प्रत्याशी जीत के दावे करते चुनाव प्रचार-प्रसार में जुटे हुए है और कसडोल विधानसभा के विकास को लेकर आम जनता की सेवा करने की बात कहते हुए जनता से वोट की अपील कर रहे हैं।
कांग्रेस के प्रत्याशी संदीप साहू ने मीडिया से कहा कि बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा विपक्ष की देन है। आम जनता इसे समझ रही है। कांग्रेस ने पांच वर्ष में जो विकास के कार्य किया है किसानों के हित में काम किया है जनता उसे देख चुकी है और पुन: हमारी कांग्रेस पार्टी की सरकार बनना तय है।
वहीं भाजपा के धनीराम धीवर ने कहा कि पांच वर्ष में विकास रूका है। भाजपा ने गरीब के लिए आवास दिया, उसे सीएम भूपेश बघेल ने लौटा दिया। अब हमारी सरकार पुन: गरीब को आवास देगी। धान की कीमत 3100 रु. व महिला को हर महीने 1000 रूपये उनके खाते में डालेगी। कांग्रेस के इस पांच साल में भ्रष्टाचार घोटाला हुआ है, जनता समझ चुकी है और इन बातों को लेकर हम जनता के बीच जा रहे हैं और जनता आशीर्वाद दे रही है।
इन सबके बीच कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार गोरेलाल साहू कांग्रेस प्रत्याशी पर बाहरी होने का आरोप लगाकर स्थानीय को मुद्दा बना जनता के बीच जा रहे हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस के बड़े नेता लोकतांत्रिक की बात कह रहे थे, संदीप साहू जो हमारे कसडोल विधानसभा का नहीं है, उसने न तो कसडोल विकासखंड में उम्मीदवार के लिए आवेदन दिया और न जिला में। उसे थोपा गया है, इसे हमारे कांग्रेस के लोग बर्दाश्त नहीं किये है जनता बर्दाश्त नहीं कर रही है, इसलिए आमजनता की मांग पर मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कसडोल विधानसभा की सेवा करने खड़ा हुआ हूँ और जनता आशीर्वाद दे रही है चुनाव में विजय मिलेगी।
कसडोल विधानसभा में इसके अलावा लगभग 20 और प्रत्याशी है जो जीत के दावे कर रहे हैं, इन सबके बीच छत्तीसगढिय़ा वाद को लेकर डॉ. देवेश वर्मा जोहार छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। देखने वाली बात होगी कि कसडोल की जनता किसे अपना विधायक चुनती है।