कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 30 नवंबर। शराबी पति से परेशान पत्नी ने अपने पुत्र के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। हत्या की साजिश को छुपाने परिवार व गाँव में मृतक को खेत में गिरने से सिर पर चोट लगने से मृत्यु होना बताकर पारंपरिक तौर से शव का कफन दफन कर दिया। कुकदुर पुलिस ने हत्या का मामला सुलझाते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार कबीरधाम जिले के थाना कुकदुर में प्रार्थी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मुझे 29 नवंबर को जानकारी मिली कि ग्राम कड़मा के रामप्रसाद मरकाम को उनका बेटा जगेश्वर मरकाम एवं पत्नी कौशिल्या बाई के साथ वाद विवाद लड़ाई झगड़ा हुआ है। जिससे कौशिल्या बाई एवं उनका बेटा जगेश्वर मरकाम द्वारा मिलकर रामप्रसाद को लोहे के राड से सिर में मारकर हत्या कर दिये हैं।
घटना को छिपाने के लिये गाँव वालों को बताये कि रामप्रसाद रात में खेत गया था। खेत में फिसल कर गिरने से उसके सिर में चोट आ गई, जिससे उसकी मृत्यु हो गई है, बताकर गाँव के श्मशान घाट में कफन दफन कर दिया। रिपोर्ट पर धारा 174 जा.फौ. तथा अपराध क्रमांक 102/2023 धारा 302, 201, 34 भा.द.वि. कायम कर, मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना प्रभारी द्वारा उक्त घटना की जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पंडरिया पंकज पटेल के मार्गदर्शन में अपराध विवेचना हेतु थाना प्रभारी कुकदुर निरीक्षक सावन कुमार सारथी को थाने में टीम गठित कर अपराध विवेचना हेतु ग्राम कड़मा रवाना होकर कार्रवाई करने निर्देशित किया गया।
जांच दौरान अनुविभागीय दण्डाधिकारी पण्डरिया द्वारा शव उत्खनन करने कार्यपालिक दण्डाधिकारी नियुक्त करने पर कार्यपालिक दण्डाधिकारी द्वारा मौका पंचनामा तैयार कर विधिवत शव उत्खनन कराया गया।
शव मिलने पर बरामद कर पहचान पंचानामा मौका पर तैयार किया गया। शव पंचनामा बाद मृतक रामप्रसाद पिता रम्हऊ मरकाम (52) कड़मा थाना कुकदुर के शव का पीएम कराया गया। विवेचना दौरान आरोपी जगेश्वर मरकाम का धारा 27 साक्ष्य अधिनियम के तहत् मेमोरेण्डम कथन लिया गया।
आरोपी बेटे ने बताया कि मेरे पिता रामप्रसाद मरकाम द्वारा आये दिन शराब पीकर घर वालों से मारपीट करते थे, जिससे परेशान होकर अपनी मां कौशिल्या बाई के साथ मिलकर हमेशा के लिए छुटकारा पाने पिताजी रामप्रसाद के सिर को लोहे के सरिया राड मारकर हत्या कर घटना की बात को छिपाने के लिए पिता रामप्रसाद को 26 नवंबर को रात में खेत गये थे, खेत में गिरने से उनके सिर में चोट आने से मृत्यु होना परिवार व गाँव वालों को बताकर गाँव के श्मशान घाट में कफन दफन कर दिया।
आरोपियों के द्वारा अपराध धारा 302, 201, 34 भादवि का अपराध घटित करना पाये जाने से गिरफ्तार किया गया तथा उचित वैधानिक कार्रवाई कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक डिमांड पर भेजा गया है।